कमरे से गायब हो गया किशोर, छह दिन बाद जंगल में मिला शव; हाथ-पैर थे गायब
July 29, 2023अनुगुल। ओडिशा के अनुगुल में 22 जुलाई को लापता नाबालिग लड़के का क्षत-विक्षत शव शुक्रवार को एक पेड़ से लटका हुआ मिला। घटना के बाद अनुगुल जिले के किआकाटा पुलिस सीमा के अंतर्गत सुबरनपुर गांव में तनाव फैल गया। गुस्साए ग्रामीणों ने जांच में देरी का आरोप लगाते हुए पुलिस वैन में आग लगा दी।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सातवीं कक्षा का छात्र संजीव बिस्वाल (13 वर्ष) अपनी मां बसंती बिस्वाल के साथ 22 जुलाई को पास के तुसूर गांव में अपने रिश्तेदार के घर गया था। वहां रहने के दौरान वह बीमार पड़ गया। इष्टदेव से आशीर्वाद लेने की पारंपरिक प्रथा के अनुसार, संजीव और उनकी मां बसंती मंगला कोठी में सोने चले गए।
मंगला कोठी से गायब हो गया किशोर
मंगला कोठी एक विशेष कमरा है, जहां देवी मंगला की पूजा की जाती है। अगली सुबह संजीव अचानक लापता हो गया। परिवार के सदस्यों ने उसकी काफी तलाश की। उसे ढूंढने में असफल होने पर 24 जुलाई को किशोर की मां ने किआकाटा पुलिस स्टेशन में बेटे के गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई।
जंगल में पेड़ से लटका मिला शव
इस बीच शुक्रवार को ग्रामीणों ने बरिनी जंगल में संजीव का क्षत-विक्षत शव एक पेड़ से लटका देखा। किशोर के हाथ-पैर गायब थे। खबर फैलते ही ग्रामीण इकट्ठा हो गए और बरिनी चौराहे पर सड़क जाम कर दिया। जब कियाकाटा पुलिस स्टेशन की एक टीम मौके पर पहुंची तो गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस वैन में आग लगा दिया।
महिला उपासक सहित तीन लोग हिरासत में
इस बीच परिजनों के आरोप के आधार पर पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। नरबलि के मकसद से संजीत बिस्वाल की हत्या का अंदेशा जताया जा रहा है। पुलिस ने मामले में मंगला मंदिर की एक महिला उपासक सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है। तीनों से पूछताछ जारी है।
स्थानीय लोगों को संदेह है कि नाबालिग की नरबलि दी गई है। शनिवार को पुलिस और वैज्ञानिक टीम संयुक्त प्रयास से घटना के आसपास की परिस्थितियों की जांच कर सच्चाई सामने लाएगी। बच्चे की मौत के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए अधिकारी सक्रिय रूप से मामले की जांच कर रहे हैं।