बच्चा निकाल महिला के पेट में डॉक्टरों ने छोड़ा कपड़ा, ऐसे हुआ खुलासा….
July 26, 2023उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है. एक महिला के डिलीवरी ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट से बच्चा तो निकाल लिया. कपड़ा व कुछ अपशिष्ट पदार्थ वहीं पेट में छोड़ दिया. ऑपरेशन के सात महीने बाद भी जब महिला के पेट का दर्द बंद नहीं हुआ तो परिजन उसे मुंबई ले गए.
वहां डॉक्टरों ने जब जांच की तो महिला के पेट में कपड़ा मिला. हालांकि, ऑपरेशन करके उसके पेट से कपड़े व अपशिष्ट पदार्थ को डॉक्टरों ने निकाल दिया. मंगलवार को पीड़िता के पति जौनपुर के पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी डॉक्टर और अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
पूरा मामला जौनपुर शहर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के वाजिदपुर स्थित उजाला हॉस्पिटल का है. सरायख्वाजा थानाक्षेत्र के जासोपुर निवासी जैनेन्द्र विश्वकर्मा का आरोप है कि उनकी पत्नी श्वेता गर्भवती थी. 30 जून 2022 को वह पत्नी की डिलीवरी कराने के लिए उसे उजाला हॉस्पिटल ले गए. जहां पर डॉक्टर विकास यादव द्वारा लापरवाही पूर्वक आपरेशन करके बच्चे को बाहर निकाला तो गया लेकिन आंत का हिस्सा बच्चेदानी से सटाकर सिल दिया. जिससे आंत और बच्चेदानी में छेद होने से अपशिष्ट पदार्थ महिला के जननांग से होकर बाहर आने लगा.
आपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया
आरोप है कि जौनपुर के डॉक्टर विकास यादव ने आपरेशन के दौरान महिला के पेट में कपड़ा छोड़ दिया. इतना ही नहीं लापरवाही पूर्वक आपरेशन करने से पेट के कई अंग और नसें क्षतिग्रस्त हो गईं. जिससे उनकी पत्नी के जीवन का खतरा उत्पन्न हो गया. पेट में अपशिष्ट पदार्थ छूट जाने से महिला के पेट में सड़न और सूजन आने लगी.
मुम्बई में महिला का इलाज जारी
पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए परिजन मुंबई ले गए. वहां बेंज हॉस्पिटल शान्ताक्रूज में उसका इलाज जारी है. डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके महिला के पेट से कपड़ा व अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकाल दिया है.
डॉ विकास यादव पर जान से मारने व धमकी देने का आरोप
पीड़िता के पति जैनेन्द्र ने बताया कि जब वह मुंबई से जौनपुर जाकर डॉक्टर विकास से इस लापरवाही के बारे में बात की तो उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली. जैनेन्द्र ने पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पॉल शर्मा को प्रार्थना पत्र देकर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है.
डॉक्टर की लापरवाही का दंश झेलने को मजबूर है पीड़ित परिवार
डॉक्टर विकास यादव की लापरवाही का दंश पीड़िता और उसका पूरा परिवार झेलने को मजबूर हैं. पीड़िता के पति जैनेन्द्र ने बताया कि मुंबई में ऑपरेशन अभी तक लाखों रूपये लग चुके हैं. उसकी पत्नी की जान बचाने के लिए अभी और ऑपरेशन होना बाकी है. ऐसे में परिवार के समाने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अजय पाल शर्मा के आदेश के बाद लाइन बाजार थाने की पुलिस आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है. इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर राजीव यादव ने बताया कि उन्हें उजाला हॉस्पिटल और डॉक्टर विकास यादव के बारे में शिकायत मिली है. जांच टीम गठित कर दी गई है. जांच रिपोर्ट आते ही दोषी पाये जाने पर डॉक्टर और अस्पताल दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जौनपुर में इन दिनों प्राइवेट डॉक्टरों की भरमार हो गई है. जिस गली में जाइये डॉक्टरों के नाम का बोर्ड लगाकर प्राइवेट अस्पताल चलाये जा रहे हैं, लेकिन वहां मरीजों का इलाज कोई और करता है. जिला प्रशासन बिना मानक के चल रहे प्राइवेट अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय आंख पर पट्टी बांधकर किसी घटना के होने के बाद शिकायती प्रार्थनापत्र मिलने का इंतजार करता है.