तिलक लगाकर पहुंचे छात्र को स्कूल में जाने से रोका, कहा- हमारे भगवान को मानो
July 23, 2023मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां, एक छात्र को इसलिए स्कूल में एंट्री की अनुमति नहीं दी गई क्योंकि वो तिलक लगाया गया था. घटना जिले के एक प्राइवेट क्रिश्चियन विद्यालय अल्फोंस हायर सेकेंडरी स्कूल का है. जैसे ही घटना की भरन छात्र के परिजनों और हिंदी संगठनों के कार्यकर्ताओं को लगी, सभी स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा करने लगे.
छात्र ने आरोप लगाया है कि वह तिलक लगाकर स्कूल पहुंचा तो गेट पर ही उसे रोक दिया गया. जब उसने पूछा का कि आखिर उसे अंदर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है गेट पर मौजूद लोगों उसे तिलक को मिटा कर स्कूल में प्रवेश की बात कही. हालांकि, छात्र जब बिना तिलक मिटाए हुए स्कूल में प्रवेश किया तो क्लास में पहुंचते ही शिक्षकों ने उसका तिलक मिटा दिया और कथित तौर पर क्रिश्चियन धर्म के भगवान को मानने की बात कही गई.
कुछ ही देर में घटना की जानकारी छात्र के परिवार वालों और हिंदू संगठनों को लग गई और सभी स्कूल पहुंच गए. स्कूल पहुंचते ही छात्र के परिजनों और संगठन के लोगों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया. आनन-फानन में भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गई और किसी तरह से लोगों को शांत करवाया.
हंगामा बढ़ते देख स्कूल प्रबंधन ने मांगी माफी
बाद में स्कूल प्रबंधन को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने छात्र के परिजन से माफी मांगी. इसके बाद स्कूल के सभी बच्चों को प्रार्थना के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करवाया और पूरे स्कूल में जय श्रीराम के नारे भी लगाए गए तब जाकर सभी बच्चों का गुस्सा शांत हुआ, लेकिन बच्चे उन दोनों शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग अड़ गए जिन्होंने तिलक को मिटाया था. हालांकि, बाद में प्रबंधन की ओर से माफी मांगे जाने के बाद बच्चे शांत हो गए.
परिजनों ने कहा-ड्रेस के लिए बोलते तो अलग बात होती
हंगामे के दौरान स्कूल पहुंचे लोगों ने कहा कि विद्यालयों में अनुशासन बनाए रखने के लिए छात्र-छात्राओं को एक-सा ड्रेस पहनने के लिए कहा जा सकता है, लेकिन अगर कोई छात्र अपने जन्मदिन, पूजा-पाठ या किसी विशेष अवसर पर तिलक लगाकर विद्यालय आया है, तो उसे तिलक मिटाने के लिए नहीं कहा जा सकता.