पति को बांधती हैं राखी, जान बूझकर पैदा न किया संतान कहानी खुशबू की
July 6, 2023पटना: यूपी की ज्योति मोर्या की बेवफाई के बाद बिहार में बक्सर के एक पति-पत्नी भी चर्चा में हैं. दरअसल बक्सर जिले के चौगाई के रहने वाले पिंटू सिंह ने अपनी पत्नी को यह कहकर पढ़ाने से इंकार कर दिया है कि उनकी पत्नी ख़ुश्बू कुमारी भी अधिकारी बनकर कहीं ज्योति मोर्या की तरह बेवफा ना हो जाए.
पति के इस फैसले के खिलाफ उनकी पत्नी थाने पहुंच गई जिसके बाद दोनों पति- पत्नी मीडिया में हॉट केक बने हुए हैं. इसके बाद कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि सुर्खियों में आने के लिए दोनों थाने पहुंची थे.
इन आरोपों से परे हमने पहले आपको बताया था कि महिला के यूपी के प्रयागराज में पीसीएस की तैयारी करने और उनके पति को वहां से वापस बुलाने की जो बाते सामने आ रही है वह झूठी है. क्योंकि ख़ुश्बू कुमारी कभी प्रयागराज गई ही नहीं हैं. इसके साथ ही हम बक्सर के पति- पत्नी के बारे में कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं जो और चौकाने वाले हैं.
अपना संतान नहीं किया जेठ के बच्चों के लिए
पिंटू सिंह और ख़ुश्बू कुमारी का अपना कोई संतान नहीं है. दोनों अपने जेठ के बच्चों को अपने संतान की तरह पालते हैं. दरअसल कुछ सालों पहले उनके बड़े भाई और बाद में उनकी पत्नी की मौत हो गई. इसके बाद दोनों ने अपने भाई के बच्चों को पालने के लिए अपना संतान नहीं किया.
उनके बारे में कहा तो ये भी गया कि महिला ने अपना गर्भाशय तक निकलवा लिया है ताकि वह अपने जेठ के बच्चों को अपना बच्चा मानकर पालते रहे. हालाकि इस बात को महिला के पति पिंटू सिंह ने गलत बताया है उन्होंने कहा कि भाई के बच्चों को पालने के लिए हमने अभी अपना कोई संतान नहीं किया है ये बात सही है लेकिन दूसरी बात झूठी है. उन्होंने कहा कि भाई के बच्चे जब बड़े हो जाएंगे तब हम अपने संतान के बारे में सोचेंगे.
पति को राखी बांधती है खुशबू कुमारी
पति के फैसले के खिलाफ थाने जाकर बिहार ही नहीं देश भर में चर्चा में आ गईं ख़ुश्बू कुमारी अपने पति को राखी बांधती हैं. पति के फैसले के खिलाफ थाने जाना. पति को राखी बांधना क्या ये सारी बातें चर्चा में बने रहने के लिए तो नहीं है.
इस पर स्थानीय पत्रकार चन्द्रशेखर सिंह ने कहा- रक्षाबंधन का अर्थ है जो रक्षा करे उसे लड़कियां राखी बांधती है. पत्नी के मान सम्मान की रक्षा की जिम्मेदारी पति पर होती है इसलिए पत्नी पति को राखी बांध सकती हैं. भगवान इंद्र को भी उनकी पत्नी राखी बांधती थी.
महिला के पढ़ाई रोके जाने पर चौगाई गांव के कुछ लोगों ने बातचीत में कहा कि जो महिला अपने जेठ के बच्चों को पालने के लिए मां नहीं बन रही हैं उस महिला की सोच महान है. वैसे महिला के बारे में उसके पति अगर ये शक कर रहे हैं कि अधिकारी बनने के बाद वह बेवफा हो जाएगी तो यह शर्मनाक है.
कुछ लोग बता रहे हैं सुर्खियों में रहने की कोशिश
इधर महिला के पति के फैसले के खिलाफ थाने जाने की बात को कुछ लोग दबी जुबान में सुर्खियों में रहने की कोशिश भी बता रहे हैं. गांव के एक युवक ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि जो महिला बीएड की एंट्रेस एग्जाम नहीं निकाल सकती है उनका बीपीएससी के परीक्षा में क्या स्तर होगा ये समझा जा सकता है.
जब महिला के पति से पूछा कि वह किस बीपीएससी परीक्षा में बैठीं और सात-आठ नंबर से पीछे रह गई तो वह बताते हैं कि शायद 64वीं और फिर फोन बंद कर देते हैं. जबकि हम उनसे सवाल करने वाले थे कि आपके बारे में कहा जा रहा है कि आप दोनों पति पत्नी सुर्खियों में आने के लिए ऐसा कर रहे हैं.