Call करने पर भी गर्भवती को लेने नहीं आई Ambulance, कार बुक कर ले जा रहे थे परिजन, तभी…
July 3, 2023कोलकाता. प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला के परिवार के बार-बार फोन करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं मिला. अंत में प्रसव पीड़ा से कराहती महिला ने धुपगुड़ी अस्पताल जाने के रास्ते में निजी गाड़ी में ही बच्चे को जन्म दिया. यह घटना धुपघुड़ी के पूर्वी डौकीमारी इलाके की है. मालिन अधिकारी की पत्नी जयंती रॉय अधिकारी को रविवार रात प्रसव पीड़ा हुई, वह दर्द से कराह रही थीं. तो परिवार ने क्षेत्र की आशा कार्यकर्ताओं से संपर्क किया और लेकिन एक घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची.
बाद में गर्भवती महिला के परिवार को एक निजी कार किराए पर लेने के लिए मजबूर होना पड़ा और एम्बुलेंस में देरी होने के कारण बच्चे का जन्म कार में ही हो गया. मरीज के परिजनों और डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि बड़ा खतरा हो सकता था.
सरकारी नियमों के मुताबिक गर्भवती महिला को मातृ एंबुलेंस मिलनी चाहिए, लेकिन महिला को कार में ही प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ा. ऐसे में मां और नवजात के लिए खतरा हो सकता था.
आरोप है कि आशा कार्यकर्ताओं और परिजनों द्वारा बार-बार एंबुलेंस चालक को फोन किया गया, लेकिन सरकारी एंबुलेंस सेवा नहीं पहुंची. कभी दस मिनट बाद आती है तो कभी बीस मिनट बाद आती है, एक घंटा बीत जाने पर भी एंबुलेंस चालक नजर नहीं आया है.
कार में ही हुआ नवजात का जन्म
गर्भवती महिला की हालत और भी खराब हो गई. प्रसव पीड़ा बढ़ गई. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, महिला के परिवार ने तुरंत एक निजी कार किराए पर ली और धुपगुड़ी ग्रामीण अस्पताल के लिए रवाना हो गए. अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही बीच रास्ते में बेटे का जन्म हो गया.
ऐसे में मूसलाधार बारिश में गाड़ी धुपगुड़ी अस्पताल पहुंची. फिर अस्पताल में डॉक्टरों को सूचना दी गई. खबर सुनते ही दो स्वास्थ्य कर्मी अस्पताल से बाहर निकल गये. फिर गर्भवती महिला को कार से नीचे उतारा गया. वहीं इस घटना के सामने आने से इलाके में विवाद पैदा हो गया है.
विपक्ष की शिकायत है कि किसी को भी सरकारी सेवाएं ठीक से नहीं मिल रही हैं. चाहे अस्पताल हों या सरकारी सेवाओं के नाम पर जो भी एंबुलेंस रखी जाती हैं, वे समय पर नहीं मिलती है.
इस घटना में नवजात के पिता मालिन अधिकारी ने कहा कि उन लोगों ने बार-बार एंबुलेंस के लिए संपर्क किया, लेकिन बार-बार फरियाद के बावजूद एंबुलेंस नहीं पहुंचा, तो वे लोग विवश होकर कार किराये पर लेने के लिए बाध्य हो गये.
इस बीच, एम्बुलेंस ओनर्स एसोसिएशन ने बताया कि वे घटना की जांच कर रहे हैं. इस तरह का व्यवहार करने वाले एंबुलेंस ड्राइवर की जांच की जा रही है. एम्बुलेंस एसोसिएशन के सचिव तपन नंदी ने कहा कि भविष्य में ऐसी घटना न हो इसके लिए उनके खिलाफ कदम उठाए जाएंगे और मामले पर नजर रखी जाएगी.