पुलिस थाना या टॉर्चर घर! पूछताछ के लिए बुलाया तो घंटों भूखे रखा, जमकर पीटा; तड़प-तड़पकर चली गई जान
June 28, 2023झारखंड के गढ़वा जिले में पुलिस थाने में 45 वर्षीय व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने न सिर्फ पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाया, बल्कि पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस थाने में पूछताछ के दौरान युवक की मौत से नाराज परिजनों ने जमकर बवाल काटते हुई एनएच-75 को घंटों जाम रखा. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की. पुलिस अधिकारियों से घटना में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद लोग शव लेकर धरनास्थल से हटे.
दरसअल, गढ़वा सदर थाना क्षेत्र के कितासोती गांव में जमीनी विवाद को लेकर 45 वर्षीय बृजेश प्रजापति और उसके बेटे शशिकांत प्रजापति को महिला प्रमिला कुंवर द्वारा दिए गए आवेदन के बाद पुलिस ने पूछताछ के लिए गढ़वा सदर थाने बुलाया था. आरोप है कि पुलिस बृजेश प्रजापति से कड़े लहजे में पूछताछ कर रही थी. जब उसने खाना और पानी मांगा तो पुलिसकर्मियों ने खाना-पानी देने के बाजार घंटों एक ही स्थान पर बैठाया रखा, जिस कारण उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और अचानक वह थाना परिसर में ही गिर गया.
NH-75 पर शव रखकर लगाया जाम
पुलिसकर्मियों द्वारा तत्काल उसे सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. बृजेश प्रजापति की मौत की सूचना मिलते ही आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर दिया. साथ-साथ ही मृतक के शव को एनएच-75 पर रख कर घंटों जाम कर जमकर बवाल काटा. परिजनों ने सदर थाना प्रभारी सहित वहां मौजूद सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए सभी को निलंबित कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाकर की मारपीट!
हालांकि इस पूरे मामले पर सदर थाने की पुलिस के द्वारा मृतक युवक के साथ मारपीट और टॉर्चर की बात से इनकार किया जा रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, मृतक बृजेश प्रजापति का जमीन को लेकर अपने पड़ोसियों के साथ विवाद था. दोनों पक्षों के बीच पूर्व में मारपीट भी हो चुकी है. इसी बीच महिला प्रमिला कुंवर द्वारा जमीन विवाद को लेकर गढ़वा सदर थाना में एक शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस ने जमीन विवाद को लेकर पूछताछ हेतु बृजेश प्रजापति और उसके बेटे शशिकांत प्रजापति को बुलाया था.
पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर उठे सवाल
वहीं जिस प्रकार से संदिग्ध परिस्थितियों में पुलिस थाने में बृजेश की मौत हुई है, इसने न सिर्फ पुलिस-प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया, बल्कि पुलिस को भी अपराधियों की कटघरे में खड़ा कर दिया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट और उच्च स्तरीय जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि बृजेश की मौत किन परिस्थितियों में हुई है.