शातिर पति! पत्नी की हत्या कर सेप्टिक टैंक में छिपाया था शव, CID जांच में 3 साल बाद खुला राज
June 24, 2023कोलकाता. पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले केसोनारपुर में एक युवक पर अपनी पत्नी की हत्या कर तीन साल तक सेप्टिक टैंक में छुपाने का आरोप लगा है. तीन साल के बाद सीआईडी पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस ने उसे पहले भी गिरफ्तार किया था, लेकिन हत्या का सबूत न मिलने पर युवक को जमानत मिल गई. अब फिर से सीआईडी उसे हिरासत में लेने की फरियाद करेगी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, भोम्बल मंडल और उसकी पत्नी टुम्पा मंडल सोनारपुर के रहने वाले थे. टुम्पा मार्च 2020 से लापता थी. उसके पिता लक्ष्मण हलदर ने अपनी बेटी को नहीं मिलने पर सोनारपुर पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी दर्ज कराई. लापता महिला के पति को भी गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन टुम्पा का कहीं पता नहीं चला. हाल ही में ये मामला हाई कोर्ट में आया. कोर्ट के आदेश पर 13 जून को सीआईडी ने जांच अपने हाथ में ली.
तीन साल पहले पति ने हत्या कर सेप्टिंक टैंक में छिपा दिया
सीआईडी भोम्बल से पूछताछ करने लगे. शुक्रवार को सीआई़डी की पूछताछ के सामने भोम्बल ने आखिरकार अपनी पत्नी की हत्या करने की बात कबूल कर ली. उसने बताया कि तीन साल पहले 2020 में उसने अपनी पत्नी टुम्पा की हत्या कर दी थी. फिर उसने शव को सोनारपुर में घर के सेप्टिक टैंक में छिपा दिया था.
सबूतों के अभाव में भोम्बल को जमानत पर रिहा कर दिया गया था. सीआईडी के समक्ष हत्या की बात कबूल करने के बाद उनकी जमानत रद्द करने की अर्जी दी गयी है. साथ ही जासूसों ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 जोड़ने का भी अनुरोध किया है.
युवक के कबूलनामे के आधार पर सीआइडी के जासूस उसके घर जाकर सेप्टिक टैंक से शव बरामद करने की प्रक्रिया में जुट गये हैं. पति पर अपनी पत्नी की हत्या कर शव को सेप्टिक टैंक में छुपाने का आरोप था. हत्या के तीन साल बाद सीआइडी की पूछताछ में पति ने हत्या की बात कबूल कर ली.
सीआईडी जांच में हुआ हत्या का खुलासा
हाल ही में कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीआईडी को मामले की जांच शुरू करने का आदेश दिया था. लंबी पूछताछ के बाद आरोपी ने 2020 में सोनारपुर के मिलनपल्ली में किराए के मकान में रहते हुए अपनी पत्नी की हत्या करने और उसके शव को सेप्टिक टैंक में फेंकने की बात कबूल की.
मकान मालिक तापस मंडल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भोम्बल मंडल ने खुद को पति-पत्नी बताकर मकान किराये पर लिया था. कुछ देर रुकने के बाद वे चले गये. कुछ दिनों बाद भोम्बल का एक रिश्तेदार आया और उसने मकान का बकाया किराया चुकाया और सारा सामान लेकर चला गया.