Parenting Tips: बच्चों के बालों को रखना है हेल्दी, तो तेल चुनते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
June 12, 2023Parenting Tips: गर्मी का मतलब अधिक पसीना और गंदगी। ऐसे में शरीर के साथ-साथ बालों का ख्याल रखना भी बेहद जरूरी होता है, जिसमें स्कैल्प एक अहम भूमिका निभाती है। यह परेशानी केवल बड़ों के साथ ही नहीं बल्कि बच्चों के साथ भी होती है, जो अपनी परेशानी बता पाने में असक्षम होते हैं।
ऐसे में माता-पिता को ही अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है और अपने बच्चे के हावभाव क समझना पड़ता है। ऑयलिंग बच्चों की देखभाल में एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। बच्चों के स्कैल्प पर लगाने के लिए थोड़ी मात्रा में तेल का इस्तेमाल करना चाहिए और एक दिन बाद इसे धो देना चाहिए।
तेल को कम मात्रा में इसलिए इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि अधिक तेल से उनके स्कैल्प के पोर्स बंद हो सकते हैं और इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। वैसे तो तेल लगाने से पहले उसे गर्म करना आम बात है, लेकिन गर्मियों में इससे बचना चाहिए। इसके लिए आप हथेली पर तेल को रगड़कर उसे गर्म कर सकते हैं।
हालांकि, यह सब करने से पहले जरूरी है यह जानना आप अपने बच्चे के लिए हेयर ऑयल चुनते वक्त क्या देखते हैं। इस आर्टिकल में यही समझने की कोशिश करेंगे कि बेबी हेयर ऑयल खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों के लिए कैसा हेयर ऑयल चुनना चाहिए?
1. मिनरल, लैनोलिन और एलएलपी फ्री हेयर ऑयल चुनें: मिनरल ऑयल, लैनोलिन और एलएलपी वाले तेल छोटे बच्चों पर इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उनकी स्किन सेंसिटिव होती है। मिनरल ऑयल पेट्रोलियम से बना एक प्रोडक्ट है, जिसका इस्तेमाल तेलों को लाइट टेक्सचर देने के लिए किया जाता है।
ऐसे में कुछ पेरेंट्स चिपचिपे तेलों के बजाय इन्हें चुनना पसंद करते हैं। आप ऐसा करने से बचें क्योंकि इनके कई लॉन्गटर्म साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, जैसे स्किन कैंसर का कारण बनना, सूजन या जलन होना।
2. कोशिश करें कि आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल करें: अधिकांश आयुर्वेदिक हेयर ऑयल में तिल या नारियल के तेल का इस्तेमाल बेस के रूप किया जाता है। समर सीजन में बच्चों के लिए कोकोनट हेयर ऑयल लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह स्कैल्प को प्राकृतिक रूप से ठंडा रखता है।
बच्चों के लिए नारियल के तेल से सिर की मालिश करना अच्छा होता है, लेकिन साथ ही यह भी ध्यान रखें कि गर्मियों में सिर की मालिश कम मात्रा में करें क्योंकि हेयर ऑयल का ज्यादा इस्तेमाल पोर्स को बंद कर सकते हैं। इस मौसम में अधिक पसीना आता है, ऐसे में पसीने और तेल मिलकर रूसी और स्कैल्प इंफेक्श जैसी पेरशानियों को बढ़ा सकते हैं।
3. फ्रेग्रेंस फ्री तेल को चुनें: अधिकांश बालों के तेल में सिंथेटिक फ्रेग्रेंस मिलाए गए होते हैं, जिनसे वो ग्राहक को आकर्षित कर सकें। इनमें अल्कोहल और केमिकल भी शामिल हो सकते हैं।
गर्मियों के दौरान अधिक हीट की वजह से अत्यधिक पसीना होता है, ऐसे में बच्चों की नाजुक स्किन और भी सेंसिटिव हो जाती है। हालांकि, अगर आपको लग रहा है कि बच्चे को फ्रेग्रेंट फ्री तेल पसंद नहीं है, तो चमेली, चंदन और खस जैसे एसेंशियल ऑयल से बनी हल्की सुगंध वाले तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. ऐसे तेल को चुनें जो बच्चों के लिए बने हों: बच्चों पर गलती से भी वयस्कों के तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि उनमें फ्रेग्रेंस का इस्तेमाल होता है।
इसके अलावा हर्बल हेयर ऑयल में प्याज का रस और भृंगराज जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो खासतौर से गर्मियों में बच्चे के कोमल स्कैल्प में सूजन, रेडनेस, जलन और खुजली पैदा कर सकते हैं। इसलिए बच्चों पर उनके लिए डिजाइन किए गए हेयर ऑयल का ही इस्तेमाल करना चाहिए।