कई अधिकारी आए और चले गए, लेकिन यातायात व्यवस्था नही सुधार पाए

कई अधिकारी आए और चले गए, लेकिन यातायात व्यवस्था नही सुधार पाए

June 8, 2023 Off By NN Express

कवर्धा 08 जून। जिले में 18 कलेक्टर 19 एसपी और 27 सीएमओ आए और चले गए किन्तु नगर के प्रमुख मार्गों की यातायात व्यवस्था नही सुधार पाए। कई क्लेक्टर, एसपी और सीएमओ तो अपना अपना नया नया प्रयोग कर चले गए परन्तु नवीन बाजार से गुरुनानक गेट, ऋषभ देव चौक होते हुए सराफा लाइन तक की व्यस्ततम सड़क को दूकानदारो के कब्जे से मुक्ति नहीं दिला पाए।

मनमर्जी के मालिक दुकानदार दिखेगा तो बिकेगा के सूत्र वाक्य को अपनाते मेन रोड की प्रमुख व व्यस्ततम सड़क पर ही कब्जा जमाते दुकानों का सामान सड़कों पर रख दुकानदारी कर रहे है ठेले वालो पर लाठियां भांजने वाले प्रशासन को यह दिखाई नही देना समझ से परे है। सड़को पर लखपति-करोड़पति दुकानदारों के कब्जे व सामान के चलते मार्ग संकरा होने से राहगीरों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस ओर पालिका प्रशासन व यातायात विभाग का ध्यान नही जाना चिंताजनक है।



नगर के व्यस्ततम एवं प्रमुख मार्ग नवीन बाज़ार से गुरूनानक गेट , आजाद चौक ,  महावीर स्वामी चौक , ऋषभ देव चौंक , होते हुए सराफा लाइन तक प्रमुख बाजार व दुकानें होने के कारण उक्त मार्ग पर यातायात का भारी दबाव रहता है । जिसके चलते उक्त मार्ग को कुछ सालो पहले तत्कालिन कलेक्टर द्वारा एकांगी मार्ग घोषित करते हुये प्रात: 9 से रात्रि 9 बजे तक भारी वाहनों एवं चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई गई थी ताकि मार्ग के यातायात के दबाव को कम किया जा सके साथ ही समय समय पर अधिकारियों की टोली व्यापारियों से अपना सामान सडक़ों की बजाय दुकानों में रखने का आग्रह करती रहती है किंतु दुकानदारों की हठधर्मिता के चलते सड़कें दुकानदारों के कब्जे से मुक्त नहीं हो पाई ।

दुकानदार दिखेगा तो बिकेगा कह आपसी कंपीटिशन के चलते लाखो की आलीशान दुकान होने के बावजूद दुकानों का सामान और बोर्ड सडक़ो पर रख फुटपाथिया तौर पर दुकान संचालित कर रहे हैं जिससे अच्छा खासा चौड़ा मार्ग भी सकरी गली बन गया है । राहगीर , ग्राहक व वाहन मालिक खासे परेशान हैं । सामानों को वाहन से ठोकर लगते ही दुकानदार एवं वाहन चालक से झगड़ा होना आम है । कुछ दुकानदार तो मारपीट पर भी उतारू हो जाते हैं इस समस्या को सुलझाने पालिका व यातायात विभाग के साथ साथ प्रशासन अब तक नाकाम व नकारा साबित हो रहा है ।

पालिका प्रशासन व यातायात विभाग एक दूसरे के सर पर दोषारोपण कर अपनी जिम्मेदारियों से बच रहे हैं प्रशासन की सुगम यातायात व्यवस्था के लिये बनाई गई एकांगी मार्ग योजना पहले ही ध्वस्त हो चुकी है । पालिका , पोलिस व प्रशासन को प्रमुख मार्गों के कब्जे एवं मार्गों पर रखा दुकानदारों का सामान क्यों दिखाई नहीं दे रहा है समझ से परे है , जबकि उक्त मार्ग में जिले का लगभग हर आला अधिकारी और कर्मचारी एवं उनके परिजनों का शापिंग करने आना जाना लगा रहता है ।

नवींन बाजार से मार्केट की रोड के अलावा ठाकुरदेव चौक से दर्रीपारा रोड मार्ग पर बैंक की शाखाओं और एटीएम मशीन की भरमार है जिसके चलते दिन में दर्जनों बार जाम लगे रहता है । दर्रीपारा मार्ग में भी बगैर पार्किंग के बैंक खोलने की परमिशन दिया जाना अनेको सन्देह को जन्म दे रहा है आखिर कैसे तत्तकालीन अधिकारियो ने बगैर पार्किंग के बैंक संचालन की अनुमति प्रदान की जांच का विषय है ।

जागरूक नागरिकों राजू , ऋषि , प्रशांत , हिमांशु , रितिक , भागवत , भरत आदि ने चर्चा पर बताया कि कानून का डंडा सिर्फ गरीबो के ठेले झोपड़ी पर चलता है पर सड़क पर दुकान दारो के कब्जे के चलते संकरी हुई सड़को में दूरी कैसे बनाये कोई नही बता रहा । प्रशासन इन पर कार्यवाही क्यों नही कर पाता समझ से परे है । प्रशासन से लोगो ने अनुरोध किया है कि सड़क लाखो की पक्की दुकानों के बावजूद फुटपाथ छाप दुकानदारी करने वालो पर शासन प्रशासन को नकेल कस इनके अवैध कब्जे से सड़क को मुक्त कराने कठोर कदम उठाना चाहिए ।

इस मामले में चर्चा के बाद कवर्धा के मुख्य नगरपालिका अधिकारी नरेश कुमार वर्मा ने कहा कि नगर के प्रमुख मार्गों की यातायात की समस्या को ले कर यातायात विभाग के साथ समन्वय बना कर व व्यपारियो को समझाइश दे कर व्यवस्था सुधारी व कार्यवाही की जाएगी।