Shampoo Sachet Vs Bottle: ₹2 का शैंपू पाउच है फायदेमंद, हर रोज आपको ऐसे बना रहा अमीर
June 8, 2023अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि शैंपू की बोतल खरीदना ज्यादा फायदेमंद होता है, बजाय कि पाउच खरीदने के. इस बात में थोड़ी सच्चाई है लेकिन क्या आपने कभी इसका फैक्ट चेक किया है. चलिए हम आपको बताते हैं कि कैसे ₹2 का शैंपू पाउच या सैशे आपको हर दिन अमीर बनाता है.
भारत में लोगों की परचेजिंग पावर कम होने की वजह से ही कई देशी-विदेशी कंपनियां अपने अधिकतर सामान को पाउच में बेचती हैं. बाजार में आपको एक रुपये, दो रुपये, पांच रुपये और 10 रुपये की पैकिंग में अनगिनत सामान मिल जाएंगे. लेकिन शैंपू के पाउच में कंपनियों की ये तरकीब आपके लिए फायदे का सौदा ही साबित हो रही है. इसे उदाहरण से समझते हैं…
शैंपू का पाउच आपको बनाए अमीर
मान लीजिए आप ₹2 का कोई एक शैंपू जैसे कि Dove लेकर आते हैं. इसके Intense Repair के ₹2 के पाउच में आपको 5.5 मिली शैंपू मिलता है. यानी एक मिली लीटर शैंपू की कीमत आपको करीब 36 पैसे पड़ी.
अब इसी ब्रांड के समान शैंपू की एक लीटर यानी 1000 मिली की शैंपू बॉटल का प्राइस देखिए. इसका एमआरपी करीब 1000 रुपये है, अगर आप थोक की दुकान या ऑनलाइन खरीदते हैं, तब भी ये आपको 700 रुपये के आसपास मिलेगी. यानी इस हिसाब से एक जैसे शैंपू की कीमत अब आपको 70 पैसे प्रति मिली लीटर पड़ेगी.
सामान एक…कीमत दो
अब अगर आप हिसाब करने बैठें, तो शैंपू की बोतल में आपको एक जैसा शैंपू लगभग दोगुनी कीमत में मिल रहा है. यानी ₹2 का पाउच आपको हर दिन थोड़ा-थोड़ा ही सही लेकिन अमीर बना रहा है.
आमतौर पर कंपनी ये मानकर चलती है कि शैंपू की बोतल अमीर लोग खरीदते हैं, जबकि ₹2 का पाउच हर आम आदमी की पहुंच में हैं. इसलिए वह लोअर मिडिल क्लास और गरीब आबादी को ध्यान में रखकर सस्ता पाउच बनाती है. इसी तरह से कंपनियां एक ही सामान की मार्केट में दो अलग-अलग कीमत वसूलती हैं.
फिर बोतल खरीदना फायदेमंद कैसे ?
हालांकि शैंपू के पाउच के मुकाबले उसकी बोतल खरीदना एक तरह से देखा जाए तो फायदेमंद भी है. पाउच की वजह से बड़ी मात्रा में प्लास्टिक कचरा पैदा होता है, जबकि बोतल में कचरा लिमिटेड होता है. वहीं बोतल को पाउच के मुकाबले रिसाइकिल करना आसान है. इस तरह देखा जाए तो पाउच के मुकाबले बोतल खरीदना पर्यावरण के लिए अच्छा है, क्योंकि ये अपेक्षाकृत कम प्लास्टिक कचरा पैदा करता है.