सैकड़ों साल पुराने मां महेश्वरी देवी मंदिर में नवदुर्गा महोत्सव की धूम
October 2, 202261 फीट ऊंचा यह मंदिर पड़ोसी राज्यों में भी है प्रसिद्ध
नामी-गिरामी डकैत भी मां के दरबार में लगाने आते थे हाजिरी
हमीरपुर ,02 अक्टूबर । हमीरपुर जिले में सैकड़ों साल पुराने मां महेश्वरी देवी के मंदिर में इन दिनों नवदुर्गा महोत्सव की धूम मची है। यह मंदिर समूचे बुन्देलखंड क्षेत्र और पड़ोसी राज्यों में भी विख्यात है।
हमीरपुर जिले के सरीला क्षेत्र में भेड़ी डांडा गांव में चार एकड़ भूमि पर बीचोबीच बेतवा नदी किनारे मां महेश्वरी देवी का मंदिर बना है। चूना कंकर से निर्मित यह मंदिर सैकड़ों साल पहले बना था जिसे कुछ साल पहले गांव के लोगों की मदद से भव्य रूप दिया जा चुका है। मंदिर को संवारने के लिए महाराष्ट्र के कारीगरों को बुलवाया गया था। कई सालों तक कारीगर मंदिर को भव्य स्वरूप देने में जुटे रहें। मंदिर भी 61 फीट ऊंचा है। मंदिर के अंदर मां महेश्वरी देवी की मूर्ति, दीवाल में बनी गहरी अलमारी में विराजमान है। इसके बगल में एक कुंड बना है जिसकी गहराई का अंदाजा अब तक कोई भी नहीं लगा पाया है। कुंड में हर समय जल भरा रहता है।
माता रानी के दरबार में हाजिरी लगाने पर मन्नतें होती है पूरी
मंदिर के पुजारी अशोक कुमार ने बताया कि यह मंदिर 502 साल पुराना है। यहां लोगों की मन्नतें पूरी होती है। आसपास के इलाकों और पड़ोसी राज्यों से भी नवदुर्गा पर्व पर बड़ी संख्या में लोग मां के दरबार में हाजिरी लगाने आते हैं। बताया कि निसंतान लोगों को भी इस दरबार से राहत मिली है। गांव के कई बुजुर्गों ने बताया कि फूलन देवी व मलखान सहित तमाम नामी-गिरामी डकैतों ने मंदिर में आकर माथा टेका था। माता रानी को प्रसन्न करने के लिए घंटे भी चढ़ाए गए थे। बताते हैं कि मां महेश्वरी पूरे गांव की रक्षा भी करती है।
मंदिर में बने कुंड का पानी पीने से चर्मरोग होता है छूमंतर
मंदिर के पुजारी अशोक कुमार ने बताया कि गांव का यह मंदिर बहुत प्राचीन है जो बुन्देलखंड क्षेत्र में प्रसिद्ध है। बताया कि मंदिर में मां की मूर्ति के बगल में एक गहरा कुंड है जिसमें कभी पानी खत्म नहीं होता। कुंड का जल पीने से शरीर सम्बन्धी बीमारी भी छूमंतर होती है। चर्मरोग के मरीज माता रानी के दर्शन करने और कुंड का पानी पीते ही ठीक हो जाते हैं। बताया कि गांव में शरीर में कोई रोग होने व छोटी चेचक निकलने पर मरीज को कुंड का पानी पिलाया जाता है। पानी पीने के बाद बीमारी भी ठीक हो जाती है।