रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में कबीरधाम जिला फिर अव्वल
May 22, 2023कवर्धा, 22 मई । महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत कबीरधाम जिले में अनेकों निर्माण कार्य चल रहे हैं। जिसमें चालू वित्त वर्ष के दौरान नए कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। 1 अप्रैल से अब तक कबीरधाम जिला प्रदेश में तीन अलग-अलग पैरामीटर्स में प्रथम स्थान पर बना हुआ है। जिसमें मुख्य रुप से प्रदेश में सर्वाधिक मानव दिवस का रोजगार देने, दिव्यांगों को रोजगार देने एवं प्रतिदिन कार्य करने वाले सर्वाधिक मजदूर कबीरधसम जिले से ही हैं। चालू वित्त वर्ष 2023-24 में अभी तक 16 लाख 90 हजार से अधिक मानव दिवस का रोजगार सृजन कर ग्रामीणों को काम दिया गया।
इसी तरह 1 हजार 711 दिव्यांग व्यक्तियों को योजना से कार्य दिया गया और साथ ही जिले में 1 लाख 11 हजार 798 मजदूरों को रोजगार दिया गया है जो प्रदेश में सर्वाधिक है। उल्लेखनीय है कि इन तीनों पैरामीटर्स में जिला लगातार प्रदेश में प्रथम स्थान पर बना हुआ है। जो दिखाता है कि जिला प्रशासन द्वारा कार्य के मुख्य सीजन में योजना का बेहतर क्रियान्वयन कर रहा है, जिसके कारण ग्रामीण अंचलों में बड़ी मात्रा में रोजगार के अवसर ग्रामीणों को प्राप्त हो रहे हैं।
वनांचल से लेकर मैदानी क्षेत्रो तक निर्माण कार्य से ग्रामीणों को मिल रहा रोजगार : कलेक्टर महोबे
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बताया कि जिले के लगभग सभी ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य पूर्व से स्वीकृत कर रखा गया है, जिसे ग्रामीणों की मांग पर खोला जा रहा है। गर्मी के दिनों में फसल कटाई के बाद मार्च, अप्रैल, मई एवं जून माह के मध्य तक जिले के ग्रामीणों को रोजगार की आवश्यकता पड़ती है और इसी दौरान सर्वाधिक पंजीकृत मजदूर कार्य में नियोजित होते हैं।
जिला प्रशासन द्वारा इन स्थितियों को ध्यान में रखते हुए जिले के 428 ग्राम पंचायतों में 1154 निर्माण कार्य चल रहे हैं। सभी मैदानी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्य का पर्यवेक्षण करते हुए ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार प्रदान करें। इसी का परिणाम है कि कबीरधाम जिला रोजगार देने के तीन अलग-अलग पैरामीटर्स में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान पर बना हुआ है।
चालू वित्तीय वर्ष के दूसरे महीने में ही रोजगार सृजन का 43 प्रतिशत लक्ष्य हुआ पूरा : सीईओ अग्रवाल
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में 39.508 लाख मानव दिवस का रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित है। जिसमें से 16 लाख 90 हजार मानव दिवस रोजगार ग्रामीणों को मिल गया है जो लक्ष्य का लगभग 43 प्रतिशत हैं। इसी तरह अभी तक 49 करोड़ 11 लाख रूपए व्यय हुआ है जिसमें से 27 करोड़ 37 लाख रुपए से अधिक का मजदूरी भुगतान ग्रामीणों को उनके खाते में किया जा चुका है।
उन्हांने बताया कि ग्रामीणों को अधिक से अधिक रोजगार देने के लिए अनेक मजदूरी मुल्क कार्य प्रारंभ किए गए हैं। जिसमें डबरी निर्माण, तालाब निर्माण, नाला गाद सफाई कार्य, तालाब गहरीकरण, कच्ची नाली निर्माण, भूमि समतलीकरण एवं मेड बंधान कार्य, मिट्टी सड़क निर्माण एवं अमृत सरोवर सहित अनेक कार्य शामिल है जो ग्रामीणों के लिए उपयोगी सिद्ध होंगे।
बोलते आंकड़े……..
मानव दिवस
प्रदेश के 33 जिलों में 16 लाख 90 हजार का मानव दिवस का रोजगार देकर कबीरधाम जिला प्रथम स्थान पर। कांकेर 12 लाख 69 हजार मानव दिवस का रोजगार के साथ दूसरे स्थान पर एवं बिलासपुर जिला 12 लाख 56 हजार मानव दिवस का रोजगार के साथ तीसरे स्थान पर है।
दिव्यांगों को रोजगार
प्रदेश के 33 जिलों में कबीरधाम जिला द्वारा 1 हजार 711 दिव्यांगों को रोजगार देकर प्रथम स्थान पर बना हुआ है। जिला रायपुर 1 हजार 227 दिव्यांगों को रोजगार देकर दूसरे स्थान पर एवं जिला राजनांदगांव 1 हजार 273 दिव्यांगों को रोजगार देकर तीसरे स्थान पर है। उल्लेखनीय है कि दिव्यांगों से उनकी शारीरिक दक्षता अनुसार कार्य लिया जाता है। जैसे कार्यरत मजदूरों को पानी पिलाने के लिए काम देना, हाजिरी दर्ज करना एवं कार्य का ड्रेसिंग करना आदि।
प्रतिदिन मजदूरों को रोजगार
कबीरधाम जिले में 1 लाख 11 हजार 798 पंजीकृत मजदूरों को कार्य देकर प्रथम स्थान पर है। जिला राजनंदगांव 75 हजार 335 मजदूरों को रोजगार देकर दूसरे स्थान पर एवं जिला बालोद 67 हजार 135 मजदूरों को रोजगार देकर तीसरे स्थान पर है।