Benefits of Crying: हंसने जितना ही फायदेमंद है रोना भी, जुड़े हैं सेहत के कई सारे फायदे…..
May 15, 2023Benefits of Crying: रोना मानव द्वारा अनुभव की जाने वाली एक भावना है। भावनाओं को उमड़ने देना यानी ज़ाहिर करना बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि इसके कई सारे फायदे होते हैं। रोना आमतौर पर उदासी से जुड़ा होता है। मानव को खुशी, क्रोध और हताशा या अन्य भावनाओं में भी रोना आ सकता है। रोने को कई लोग कमजोरी की निशानी मानते हैं लेकिन ये एक ऐसा इमोशन है, जो आपके शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद है। जी हां, अगर आप ये सुनकर चौंक गए, तो आज के लेख में हम रोने के फायदों के बारे में ही बात करने वाले हैं।
रोने के फायदों को जानने से पहले कितने तरह का होता है रोना, आइए जान लेते हैं पहले इसके बारे में।
1. इमोशनल: जब तनाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो ऐसे में आंखों से आंसू निकलता है। इससे भी फायदे होते हैं।
2. बसल: टियर डक्ट से लगातार आंसू निकलते रहते हैं, जिनमें प्रोटीन-रिच एंटीबैक्टीरियल लिक्विड होता है। ये पलक झपकने में मदद करते हैं।
3. रिफ्लेक्स: रिफ्लेक्स कुछ समय में होता है, जैसे- हवा, धुआं या फिर प्याज काटने की वजह से। इस दौरान आंखों से आंसू निकलने की वजह से आंखें सुरक्षित रहती हैं।
रोने से सेहत को होने वाले फायदे
प्राइमस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, नई दिल्ली के वरिष्ठ सलाहकार और गेरियाट्रिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख, डॉ. विजय कुमार गुर्जर ने बताया कि, ‘रोने से भावनात्मक तनाव कम हो सकता है और आराम मिल सकता है। जब हम रोते हैं, तो स्ट्रेस हार्मोन रिलीज़ होता है और यही तनाव कम करने का काम करता है।
2- मूड अच्छा होता है: रोने से हमारा मूड अच्छा हो सकता है और हमें बेहतर महसूस करने में मदद मिलती है। आंसुओं में एंडोर्फिन नामक प्राकृतिक दर्द निवारक होता हैं, जो हमें शांत और ज्यादा आरामदायक महसूस कराने में मदद कर सकता हैं।
3- शारीरिक रूप से फायदेमंद: रोने से शारीरिक तौर पर भी लाभ मिल सकता हैं, जैसे इससे आंखों को चिकनाई मिल सकती है और संक्रमण को रोका जा सकता है। आंसुओं में लाइसोजाइम होता है। लाइसोजाइम एक एंटी बैक्टीरियल एजेंट है जो संक्रमण से बचाने में मदद कर सकता है।
4- संचार- रोना अपनी भावनाओं को दूसरों तक पहुंचाने का एक तरीका हो सकता है। जब हम रोते हैं, तो हम दूसरों को संकेत देते हैं कि हम दुखी हैं और मुसीबत में हैं और हमें सहारे की जरूरत है।
5- ख़ुद के बारे में जानना- रोने से हमें खुद के बारे में जागरूक होने और अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है। जब हम रोते हैं, तो हम इस बात पर विचार कर सकते हैं कि हमे रोना क्यों आ रहा है और इस रोने के कारण से कैसे निपटें।
रोना हमारी भावनाओं को व्यक्त करने का एक स्वाभाविक और स्वस्थ तरीका होता है। इसका हमारे शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर कई लाभ पड़ सकता हैं। जरूरत पड़ने पर खुद को रोने देना और अपने आंसुओं को दबाना नहीं जरूरी होता है।