हादसे के बाद छन्नू ने छोड़ दी थी उम्मीद, डॉ. कालड़ा ने दिया नया जीवन…
April 8, 2023रायपुर। राजनांदगांव निवासी छन्नू वर्मा की जिंदगी एक हादसे के बाद बदल गई थी। उसने ठीक होने की उम्मीद भी छोड़ दी थी। लेकिन रायपुर के कॉस्मेटिक व रिकन्स्ट्रटीव सर्जन डॉ. सुनील कालड़ा के प्रयासों से उसे एक नई जिंदगी मिली। दरअसल छन्नू वर्मा एक निजी कंपनी में कार्यरत है। 8 जनवरी 2021 को रात्रि शिफ्ट के दौरान फैट्री में चलती हुई चैन में उसके दोनों पैर आ गये थे। इससे दोनों पैरों की दिशा बदल गई थी।
उसी रात छन्नू को कालड़ा प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जरी एवं बर्न सेंटर में लाया गया एक बार तो डाटरों ने मना कर दिया की पैरों के बचने की उम्मीद नही है। क्योंकि राईट पैर उल्टा हो गया था व लेफ्ट पैर का एंकल जाईंट बोन लॉक हो गया था व कटकर बाहर आ गया था। फिर भी डॉ. कालड़ा ने कहा की कोशिश करते है और आज उसी का नतीजा है कि आज छन्नू वर्मा के दोनों पैर सही सलामत हो गये है। डॉ. सुनील कालड़ा छन्नू को नया जीवनदान दिया। डॉ. सुनील कालड़ा ने बताया कि छन्नू के पैरों की हड्डी चकनाचूर हो गई थी व पैर भी 12 सेंटीमीटर छोटे हो गये थे, जिसे हमने 12 सेंटीमीटर बढ़ाया है.
उन्होंने बताया कि अभी तक 5000 से भी ज्यादा मरीजों के कटे अंगों को जोड़ चुके है। इस तरह के ऑपरेशन माइक्रोस्कोप में देखकर करना पड़ता है और मरीज को सघन निगरानी की जरूरत होती है। इसमें एक-एक सूक्ष्म नसों को आपस में जोड़ना पड़ता है। यदि दुर्घटना में कोई अंग कट जाए तो उसको सुरक्षितरखने के लिए पालीथीन में बर्फ रखकर डॉटर के पास जोड़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि बहुत ज्यादा चोट, क्रश या जगह-जगह कटे अंगों को जोड़ना संभव नही है। उन्होंने अंत में यह बताया कि पूरे देश में ऐसे ऑपरेशन बहुत कम होते है।