Breakup Pain: दिल टूटने पर क्यों होता है दर्द का अहसास? जानें क्या है ब्रेकअप पेन के पीछे का साइंस
March 26, 2023Breakup Pain: प्यार एक ऐसा अहसास है, जो व्यक्ति को खुशी और उत्साह का अनुभव कराता है। किसी के प्यार में पड़ने वाला व्यक्ति अपने अंदर एक साथ कई सारी भावनाओं को महसूस करता है। वह खुश होता है, अपने साथी के साथ हंसता-मुस्कुराता है और छोटी सी बात पर नाराज या परेशान भी हो जाता है। किसी व्यक्ति में प्यार की भावना जितनी प्रबल होती है, उतनी ही तीव्र बिछड़ने का अहसास होता है। अक्सर किसी रिश्ते के टूटने या साथी के अचानक चले जाने से होने वाला दर्द काफी भयावय होता है।
हमने अक्सर अपने आसपास ऐसे लोग देखे होंगे, जो ब्रेकअप के बाद पूरी तरह से टूट जाते हैं। उनके लिए यह दुख न सिर्फ मानसिक, बल्कि शारीरिक रूप से भी काफी दर्दनाक होता है। लेकिन दिल टूटने या साथी के जाने से आखिर इतना दर्दनाक अनुभव क्यों होता है। इंग्लैंड की प्रसिद्ध डॉक्टर डॉ. देबोराह ली ने इसके पीछे का साइंटफिक रीजन बताया है। तो चलिए जानते हैं ब्रेकअप की वजह से होने वाले दर्द के पीछे के साइंस के बारे में-
प्यार में क्यों महसूस होती है खुशी
डॉ ली के मुताबिक “जब व्यक्ति को किसी के लिए प्यार का अहसास होता है, तो शरीर में हार्मोन्स का प्रवाह होता है। ‘कडल’ हार्मोन ऑक्सीटोसिन और ‘फील-गुड’ हार्मोन डोपामाइन की वजह से व्यक्ति प्यार में खुशी और उत्साह का अनुभव करता है। लेकिन जैसे ही उसका ब्रेकअप होता है या दिल टूटता है, तो ऑक्सीटोसिन और डोपामाइन का स्तर गिर जाता है। साथ ही तनाव के लिए जिम्मेदार हार्मोन में से एक कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि होने लगती है, जिसकी वजह से दुख और दर्द का अनुभव होता है।
दिल टूटने पर क्यों होता है दर्द
चिकित्सा विशेषज्ञ के अनुसार, बढ़ा हुआ ये कोर्टिसोल हार्मोन हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, मुंहासों और चिंता जैसी समस्याओं की वजह बन सकता है। इसके अलावा साथी के साथ संबंध टूटना या फिर सोशल रिजेक्शन की वजह से शारीरिक दर्द से जुड़े मस्तिष्क के क्षेत्र भी सक्रिय हो जाते हैं ,जिसकी वजह से दर्द का अहसास होता है। कई मामलों में ब्रेकअप या दिल टूटने की भावना एक चिकित्सीय स्थिति भी साबित हो सकती है। ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी, जिसे ‘ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम’ के रूप में भी जाना जाता है, इसी चिकित्सीय स्थिति का एक उदाहरण है।
क्या है ‘ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम’
‘ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम’ आमतौर एक ऐसी शॉर्ट टर्म दिल की स्थिति है, जिसकी वजह से व्यक्ति को तीव्र भावनात्मक या शारीरिक तनाव महसूस होता है। इस स्थिति की वजह से व्यक्ति के हृदय द्वारा रक्त पंप करने के तरीके में अस्थायी परिवर्तन भी देखने को मिलता है। इसके अलावा कई बार दिल जोर-जोर से पंप करने लगता है, जिससे अक्सर सीने में दर्द का अनुभव होने लगता है।
ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का इलाज
कई बार ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण दिल के दौरे की तरह नजर आने लगते हैं, जिसके बीच को अंतर को समझना पीड़ित और डॉक्टरों के लिए मुश्किल हो जाता है। ज्यादातर मामलों में कोरोनरी एंजियोग्राम की मदद से ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का निदान किया जाता है। इस प्रोसेस के दौरान कमर, हाथ या गर्दन के जरिए एक छोटा कैथेटर डाला जाता है और फिर डॉक्टर इसकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन करते हैं। आमतौर पर, ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम सिर्फ गंभीर तनाव का कारण होता है और आमतौर पर केवल एक बार होता है। अधिकांश लोग कुछ दिनों या हफ्तों के अंदर इस दर्द से उबर जाते हैं, लेकिन बहुत कम मामलों में यह मौत का कारण भी बन जाता है।