साड़ी के पल्लू से दो माह के बेटे को बांधकर कुएं में फेंका, फिर…
March 11, 2023बीकानेर,11 मार्च । स्वयं की साड़ी के पल्लू से दो माह के मासूम बेटे को बांधकर कुएं में फेंकने के मामले में आरोपी कलयुगी मां को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। पति-पत्नी के बीच आपसी झगड़े से नाराज होकर जिले के शाहाबाद थाना क्षेत्र के पहाड़ी गांव निवासी विवाहिता ने 2 मार्च को दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस अधीक्षक राज कुमार चौधरी ने बताया कि पति से झगड़ा होने के बाद आवेश में आकर आरोपी विवाहिता नीशू करीब दो वर्ष 8 दिन के मासूस बच्चे को गोद में लेकर घर से निकल गई थी।
घर से जाते समय उसने पीहर जाने की बात कही थी। इस पर पीहर पहाड़ी गांव पहुंचकर तलाश किया तो वह तो मिल गई, लेकिन उसके पास बच्चा नहीं था। बच्चे के बारे में संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर पति ने 3 मार्च को कस्बाथाना पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मुकदमा दर्ज करने के बाद एएसपी जिनेन्द्र कुमार जैन व उपाधीक्षक हेमन्त गौतम के निर्देशन में कस्बाथाना थानाप्रभारी रविन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस को करती रही गुमराह टीम ने आरोपी विवाहिता से पूछताछ की तो इधर-उधर की बात कहकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास करती रही।
संतोषप्रद जानकारी नहीं देने पर सख्ती बरती गई तो वह टूट गई और वारदात का खुलासा कर दिया। उसने कहा कि बच्चे को वकील विरेन्द्र अग्रवाल के आंवले का फार्म पर स्थित कुए में फेंक दिया। आरोपी विवाहिता अक्सर इस कुए से पानी भरकर लाती थी। इससे वह परिचित थी। इस पर आरोपी पैदल घर से निकली और खुद के दिल के टुकड़े को कुंए में डाल दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चार मार्च को कुए से बच्चे का शव बरामद किया। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर विवाहिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
पहले भी की थी ऐसी हरकत अनुसंधान अधिकारी रविन्द्र सिंह ने बताया कि प्रकरण की गहनता से जांच के बाद गुरुवार को आरोपी मां नीशू (25) निवासी भोयल (कस्बाथाना) हाल पहाड़ी थाना शाहाबाद को स्वयं के मासूम बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया। आरोपी की निशानदेही पर गुरुवार को ही कुएं से साड़ी बरामद की गई। इसी साड़ी में आरोपी विवाहिता ने बच्चे को लपेट कर कुए में डाल दिया था। बाद में न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया। उक्त आरोपी ने पूर्व में भी खुद की दो-तीन माह की बच्ची को कुएं में फेंक दिया था, लेकिन उस समय तो तत्काल निकाल लिया गया था और मुकदमा भी दर्ज नहीं कराया गया था।