BIJAPUR: दो जिलों में 39 आदिवासियों की मौत 50 से ज्यादा बीमार
September 25, 2022बीजापुर, 25 सितम्बर । जिले में इंद्रावती नदी पार बसे धुर नक्सल प्रभावित गांवों के ग्रामीणों का दावा है कि इलाज के अभाव में विगत दो महीनों में दो जिले बीजापुर और नारायणपुर के इंद्रवती नदी उस पार के सात गांवों में 39 आदिवासियों की मौत हो चुकी है व 50 से ज्यादा बीमार हैं। बैल, ताकिलोड, मर्रामेटा, झिल्ली, पल्ली, गोडमेर मर्रामेटा, पेंटा, पीडियाकोट, बड़े पल्ली आदि गांवों में हाल में बीमारियों से 39 आदिवासियों की मौत का दावा गांव वालों की तरफ से किया गया है, जबकि अब भी 50 से ज्यादा लोग बीमारियों से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार बुखार व हाथ-पांव फूलने से ग्रामीणों की मौत हो चुकी है।
खबर बाहर आने के बाद प्रशासन ने दुरूह इलाके में दावों की हकीकत जानने चिकित्सा दल को इंद्रावती नदी के उस पार बीजापुर-नारायणपुर के सरहदी गांवों में विभिन्न बीमारियों से 39 आदिवासियों की मौत के दावों की हकीकत जानने और स्वास्थ्य सुविधाओ से महरूम इलाके के दर्जनों गांवों में चिकित्सा कैम्प के लिए भैरमगढ़ से दो डॉक्टर सहित 15 सदस्यी चिकित्सा दल को आज भेजा गया है। प्रशासन की तरफ से चिकित्सा दल को भेजने लाइफ बोट का बंदोबस्त कराया गया, जिसकी मदद से चिकित्सा दल को सुरक्षित नदी पार करवाया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीजापुर जिले के मर्रामेटा के 12, पेंटा के 0&, पीडियाकोट के 07, बड़े पल्ली के 07 और सरहदी नारायणपुर जिले के के 10 ग्रामीणों की मौत हुई हैं, इनमें महिला-पुरुष दोनों शामिल हैं। दंतेवाड़ा पहुंचे नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि बस्तर में आदिवासी भाई-बहनों की इलाज के अभाव में बीमारी से मौत हो रही है। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी इस बात को कहा था। इंद्रावती नदी पार गांव में ग्रामीणों की मौत के मामले को हम विधानसभा में तथ्यात्मक ढंग से उठाएंगे।
बीजापुर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने शनिवार जानकारी देते हुए बताया कि नदी पार इलाकों में ग्रामीणों की मौत व बीमारी की सूचना मिली है। स्वास्थ्य टीम को आज रवाना कर दिया है। नेटवर्क विहीन क्षेत्र होने से टीम के लौटने के बाद ग्रामीणों के दावे की सारी जानकारी मिलेगी।