संविदा कर्मचारी महासंघ ने नियमितीकरण के लिए मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
January 19, 2023
सूरजपुर। नियमितीकरण की मांग को लेकर विभिन्न विभागों में सालों से पदस्थ संविदा कर्मियों ने गुरुवार को सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली। रैली में कर्मचारी एकता का संदेश देते हुए नियमितीकरण की मांग को लेकर संविदा कर्मचारी केतका रोड रंगमंच से कार्यालय कलेक्टोरेट तक रैली निकालकर कलेक्टर द्वारा चयनित प्रतिनिधि को मनोकामना श्रीफल देकर ज्ञापन सौंपा गया।
पिछले चार दिनों से संविदाकर्मी नियमित किए जाने के सरकार के घोषणा पत्र में किये गए नियमितीकरण के सरकार वायदे को पूरा करने की मांग को पूरा करने के लिए जिला स्तर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। संविदा कर्मियों का आरोप है, कि सालों से सरकार उनका संविदा के नाम पर शोषण कर रही है। इधर आज अलग-अलग विभागों के अनियमित कर्मियों ने रैली निकालकर अपनी मांग को लेकर आवाज उठाई। जिसमें बड़ी संख्या में महिला कर्मी भी शामिल थी।
आपको बता दें कि चुनावी वर्ष में आगे सरकार द्वारा बोला गया था कि हमारी सरकार आने पर सभी संविदा कर्मचारियों को 10 दिनों में नियमित किया जावेगा। परंतु आज 4 साल बीत जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार द्वारा अपने वादा पूरा नहीं किया गया है जिससे संविदा कर्मचारी काफी आक्रोश में है। संविदा कर्मचारियों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर भूपेश बघेल जी से अनुरोध किया गया है कि सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की घोषणा कर अपनी कर्मचारी न्याय योजना को साकार करें। अगर 26 जनवरी 2023 को संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की घोषणा नहीं की जाती है तो 30 जनवरी के बाद अनिश्चितकालीन आंदोलन समस्त संविदा कर्मचारियों द्वारा किये जाने की चेतावनी दी है।
बताया जा रहा है कि हड़ताली कर्मियों ने सरकार को गत् चुनाव में किए गए घोषणा को पूरा करने के लिए ध्यान आकृष्ट कराया। पहले भी सरकार से पत्र व्यवहार कर नियमित किए जाने की मांग कर्मी करते रहे हैं। चुनावी साल होने के कारण कर्मियों ने हड़ताल का रास्ता चुना है। चार दिनों से हड़ताल के कारण विभागीय कामकाज में व्यापक असर पड़ रहा है। ज्यादातर विभागों में संविदाकर्मियों पर बड़ी जवाबदारी हैं। ऐसे में विभागीय गतिविधिया भी प्रभावित हुई है।
बताया गया है कि 20 जनवरी को प्रांत स्तर पर विशाल रैली का आयोजन सभी जिलों के संविदा कर्मचारियों के द्वारा किया जावेगा। नियमितीकरण की घोषणा कर कर्मचारी सम्मान देकर कर्मचारी न्याय को छत्तीसगढ़ में स्थापित करें। न्याय ना होने की स्थिति में 30 जनवरी से सभी संविदा कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल के लिए विवश होंगे।