20 रुपए के पकौड़े खाकर थमाया 500 का नोट, छुट्टा नहीं देने पर 4 ने पीटा, कोर्ट पहुंचा मामला
January 18, 2023उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में फुटकर पैसा नहीं देने को लेकर मारपीट का मामला सामने आया है. 20 रुपये के पकौड़े खाने बाद फुटकर पैसा नहीं देने पर दुकानदार ने युवक की जमकर पिटाई कर दी. पत्नी व दो अन्य सहयोगियों ने भी युवक की जमकर पिटाई की. जब युवक ने थाना में इसकी शिकायत की तो पुलिस ने टाल-मटोल कर दिया. इस मामले पर युवक ने अदालत का दरवाजा खटखटाया. अदालत के आदेश पर दपंती सहित चार लोगों के खिलाफ एससी-एसटी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, अब पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है.
यह पूरा मामला अगस्त 2021 का है. घटना जिले के महेवा घाट थाना क्षेत्र के अंधवा गांव की है. इस मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर ने बताया कि महेवा घाट थाना क्षेत्र में एक पकौड़ा खाने को लेकर विवाद हुआ था. पकौड़ा खाने के बाद 500 रुपये के नोट छुट्टे को लेकर विवाद हो गया. न्यायालय के आदेश पर मुकदमा पंजीकृत हुआ है. मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है.
दुकानदार ने की गाली-गलौज
घटना महेवा घाट थाना क्षेत्र के अंधवा गांव की है. जहां के रहने वाले ज्ञान सरोज दुकानदार वीरेंद्र चौरसिया के यहां 13 अगस्त, 2021 को ब्रेड पकौड़ा खाने गए थे. नाश्ता करने के बाद ज्ञान सरोज ने दुकानदार वीरेंद्र चौरसिया 500 की नोट दिया. इस पर दुकानदार ने गाली देते हुए कहा कि 20 रुपये छुट्टा पैसा दो. गाली गलौज का विरोध करते हुए ज्ञान सरोज ने कहा कि घर से पैसे लाकर देता हूं और वह घर चला गया.
जान से मारने की भी दी गई धमकी
इसके बाद वीरेंद्र चौरसिया उसकी पत्नी और दो अन्य साथी घर पर पहुंच गए. घर पर इन सब ने जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए गाली गलौज करने लगे. ज्ञान सरोज ने जब विरोध किया तो सब लोग मिलकर मारपीट करने लगे. बीच बचाओ करने आई ज्ञान की पत्नी को भी मारा पीटा गया. ये सब जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए.इसकी शिकायत पीड़ित ने महेवाघाट थाने में दी लेकिन सुनवाई नहीं हुई. पुलिस के आला अधिकारियों से भी शिकायत की गई. इसके बाद पीड़ित ने अदालत का दरवाजा खटखटाया. अदालत के आदेश पर महेवाघट पुलिस ने एक महिला सहित 4 लोगों पर एससी-एसटी, मार-पीट और जान से मारने की धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है.बता दें कि यह जांच मंझनपुर के सीओ योगेंद्र कृष्ण राय करेंगे. सभी आरोपियों को बुलाकर बयान दर्ज किया जाएगा. फिर जो भी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे. उन सभी लोगों के खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी.