सरकार ने नवंबर और दिसंबर के रिटेल और थोक महंगाई के आंकड़ें जारी किए. दोनों ही महीनों में महंगाई में गिरावट देखने को मिली. अगर बात दिसंबर की करें तो रिटेल महंगाई (Retail Inflation) बीते एक साल में सबसे कम है और थोक महंगाई (Wholesale Inflation) भी 22 महीनों में सबसे कम देखने को मिल रही है. ये तो हुई सरकार के आंकड़ों की बात. अब बात करते हैं आम जनता के मन में चल रहे उस संशय की जिसमें लग रहा है कि क्या वाकई महंगाई कम हो रही है.आखिर इस महंगाई के आंकड़ों का आधार क्या है?इस बात को और टटोलने के लिए टीवी9 भारतवर्ष के डिजिटल प्लेटफॉर्म ने जब Department of Consumer Affairs के डेटा को खंगाला तो देखा वाकई महंगाई में कमी आई है. इसमें हमने डेली यूज के कुछ सामानों के दाम एक दिसंबर के लिए और उन्हीं सामानों के 17 जनवरी 2023 के दाम सामने रखे. इस डेटा से जो निकलकर सामने आया वो वाकई यह समझने के लिए काफी था कि महंगाई में गिरावट देखने को मिली है. अब आपको बताते हैं कि आखिर किस सामान के दाम कितने कम हो गए हैं?
चावल और आटा में मामूली इजाफा
सामान
एक दिसंबर को दाम (रुपये प्रति केजी)
16 जनवरी को दाम (रुपये प्रति केजी)
अंतर (रुपये प्रति केजी)
चावल
38.12
38.38
+0.26
आटा
37.05
37.23
+0.18
दाल और चीनी हुई सस्ती
सामान
एक दिसंबर को दाम (रुपये प्रति केजी)
16 जनवरी को दाम (रुपये प्रति केजी)
अंतर (रुपये प्रति केजी)
अरहर दाल
112.89
111.24
-1.65
उड़द दाल
108.9
106.91
-1.99
चीनी
42.5
41.6
-0.9
खाने के तेल में बड़ी राहत
सामान
एक दिसंबर को दाम (रुपये प्रति केजी)
16 जनवरी को दाम (रुपये प्रति केजी)
अंतर (रुपये प्रति केजी)
मूंगफली का तेल (पैक्ड)
189.65
187.78
-1.87
सरसो का तेल (पैक्ड)
170.35
167.35
-3
वनस्पति (पैक्ड)
143.85
138.22
-5.63
सुरजमुखी का तेल (पैक्ड)
170.02
163.87
-6.15
आलू प्याज भी हुआ सस्ता
सामान
एक दिसंबर को दाम (रुपये प्रति केजी)
16 जनवरी को दाम (रुपये प्रति केजी)
अंतर (रुपये प्रति केजी)
आलू
27.83
23.22
-4.61
प्याज
29.55
26.7
-2.85
टमाटर
33.64
24.1
-9.54
अब यकीन आया आपको
इस डेटा को देखने के बाद आपको यकीन आ गया होगा कि डेली यूज के सामान की कीमत में गिरावट आ चुकी है. खाने के तेल से लेकर सब्जियों के दाम में गिरावट देखने को मिली है. वहीं दालों के दाम में भी काफी गिरावट आई है और चीनी भी सस्ती हुई है. जानकारों की मानें तो मार्च के महीने तक रिटेल महंगाई के आंकड़ें 5 फीसदी के आने के आसार है. इसका मतलब है कि देश में जरूरी सामान की कीमत में और गिरावट आ सकती है.