बैंक पहुंचे किसानों को नहीं मिले पैसे… जमकर किया हंगामा और नारेबाजी…
January 16, 2023लखनपुर। जिला सहकारी बैंक में 2 दिनों तक पैसे नहीं मिलने पर किसान भड़क गए और जमकर बवाल मचाया। किसानों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। लखनपुर पुलिस व बैंक प्रबंधक के समझाइस के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक लखनपुर नगर के वार्ड क्रमांक 4, पैलेस रोड स्थित जिला सहकारी केंद्रीय मर्यादित बैंक लखनपुर में 13 जनवरी को लहपट्रा पुहपुटरा नीम्हा समिति के किसान बैंक में पैसा आहरण करने आए थे। परंतु जिला सहकारी बैंक में पैसा नहीं होने की स्थिति में सैकड़ो किसानों को बैरंग वापस घर लौटना पड़ा। इसके बाद 16 जनवरी को पैसा निकालने बैंक पहुंचे किसानो को दोपहर 3 बजे तक पैसा नहीं दिया गया।
जब इस संबंध में किसानों ने बैंक मैनेजर से बात की तो उन्होंने कहा कि ऊपर से पैसा नहीं आया है। इसके कारण आप लोगों को पैसा नहीं मिल पाया है। इससे दूरदराज से आए किसान भड़क उठे और पैलेस रोड जाम करते हुए विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ नारे लगाने लगे। मामला बिगड़ता देख जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक कमल नयन पांडेय ने लखनपुर पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने उपरांत लखनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह मामले को शांत करवाया। साथ ही बैंक प्रबंधक कमलनयन पांडे ने दूरदराज से आए ग्रामीण किसानों को 1 घंटे के भीतर पैसे देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने प्रदर्शन समाप्त किया।
क्षेत्र के किसानों ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि जिला सहकारी बैंक में पैसा नहीं होने की स्थिति में दूरदराज से आए किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। दूरदराज से आए किसान भूखे प्यासे लाइनों में खड़ा होकर पैसे निकालने का इंतजार करते हैं। किसी किसान के घर में कोई बीमार है तो किसी किसान को रबी फसल की खेती के लिए पैसे की जरूरत है। वही किसान ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस बैंक में आए दिन पैसा निकालने आने वाले किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
जिला सहकारी बैंक प्रबंधक कमलनयन पांडे ने बताया कि शुक्रवार को बैंक में पैसा आने वाला था। लेकिन किसी कारणवश पैसा नहीं आ पाया। इसलिए कुछ किसानों को भुगतान किया गया था। राशि खत्म होने उपरांत किसानो को सोमवार को पैसा देने कहा गया था। 1 घंटे के भीतर पैसा आ रहा है और इसके बाद किसानों को भुगतान किया जाएगा।