आईआईटी वैज्ञानिक सोच विकसित करने का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने वाले मंदिर : धर्मेंद्र प्रधान
September 20, 2022नई दिल्ली 20 सितम्बर। केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आईआईटी मद्रास की रणनीतिक योजना 2021-27 जारी की, जिसमें इस संस्थान के लिए एक महत्वाकांक्षी विकास चरण का प्रस्ताव किया गया है और इसके साथ ही उन्होंने क्वांटम विज्ञान के लिए एम्फैसिस सेंटर को राष्ट्र को समर्पित किया।
उन्होंने ऊर्जा खपत कम करने में एमएसएमई की मदद करने के लिए कोटक-आईआईटी (एम) ऊर्जा बचाओ मिशन का भी शुभारंभ किया जिसके लिए कोटक से सीएसआर फंडिंग सहायता प्राप्त हो रही है। उन्होंने क्वांटम सूचना, संचार और कम्प्यूटिंग केंद्र (सीक्यूआईसीसी) के विकास में सहयोग करने के लिए एम्फैसिस टीम का अभिनंदन किया। उन्होंने डेटा साइंस में बीएससी पाठ्यक्रम के चुनिंदा विद्यार्थियों को डिप्लोमा सर्टिफिकेट भी प्रदान किए।
इस अवसर पर श्री प्रधान ने अकादमिक उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण की दिशा में इन पहलों के उद्घाटन और शुभारंभ पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आईआईटी सिर्फ शैक्षणिक संस्थान ही नहीं हैं, बल्कि वे वैज्ञानिक सोच विकसित करने और मानवता का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने वाले मंदिर हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे समाज को समस्त आईआईटी से काफी उम्मीदें हैं।
आईआईटी में शिक्षा प्राप्त करने वाले हमारे विद्यार्थियों को प्रगति और विकास का पथ प्रदर्शक बनना होगा। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब पूरी दुनिया ब्रेन रिसर्च सेंटर से लाभान्वित होने के लिए आईआईटी मद्रास आएगी। थ्रीडी-प्रिंटिंग तकनीक जैसे नायाब आइडिया निर्माण क्षेत्र में क्रांति ला सकते हैं, विस्थापन के मुद्दों को हल करने में काफी मदद कर सकते हैं और गरीबों को सम्मानजनक जीवन दे सकते हैं।