40 गांव के सर्वे में 7 बच्चे मिले फाइलेरिया पॉजिटिव मिले
January 6, 2023धमतरी,06 जनवरी । फाइलेरिया उन्मूलन के लिए केंद्र और राज्य सरकार के दिशा निर्देश पर ट्रांसमिशन एसेसमेंट सर्वे फेस 2 का कार्य धमतरी जिले में पूरा हुआ। 40 गांव का सर्वे कराने के बाद 7 बच्चे पॉजिटिव पाए गए जिन्हें संबंधित दवाइयां दी गई।समय-समय पर फाइलेरिया बचाव के लिए कार्य किया जाता है। इसी के तहत धमतरी जिला में भी केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर 1556 लोगों का टेस्ट का लक्ष्य दिया गया था। केंद्र सरकार की ओर से दिए गए 20 गांव की सूची में 1150 बच्चों का टेस्ट किया गया। लक्ष्य से कम होने के बाद पुन: 20 गांव दिया गया। इसके बाद 1456 लोगों का टेस्ट हुआ जिसमें से 7 बच्चे पॉजिटिव पाए गए।
इसमें नगरी ब्लाक से एक, मगरलोड से तीन, कुरुद से तीन हैं। वहीं गुजरा ब्लॉक से कोई भी पॉजिटिव नहीं पाया गया। पॉजिटिव बच्चों को 12 दिन की दवाई दी गई, जिससे वह ठीक हो जाएंगे। वीबीडी कंसलटेंट सष्मिता पटनायक ने बताया कि सर्वे में 6 से 7 वर्ष के बच्चों में इंफेक्शन रेट देखने के लिए यह टेस्ट कराया था। सर्वे का पहला फेस खत्म होने के बाद यह ट्रांसमिशन एसेसमेंट सर्वे का दूसरा चरण था। जिसमें 7 बच्चे पॉजिटिव पाए गए। बच्चों को दवाई देने से उनके संक्रमण खत्म हो जाती है। यदि इन्हें दवाई नही दी जाती और यह थर्ड स्टेज में पहुंच जाते हैं।
जब ऐसा हो जाता है उसके बाद फिर रिकवरी मुश्किल होती है। जिले में अभी हाथीपांव वाले मरीज 109 और हाइड्रोसील फाइलेरिया वाले 34 हैं। नगर निगम क्षेत्र में ज्यादातर मरीज विंध्यवासिनी वार्ड,जालमपुर और दानी टोला वार्ड में पाए जाते हैं।क्या है फाईलेरिया रोग, इस बिमारी को हाथी पांव के नाम से भी जानते है। फाईलेरिया बिमारी संक्रमित क्युलेक्स मच्छर के काटने से फैलती है। संक्रमण आम तौर से बचपन में होता है। मगर इस बिमारी के लक्षण 7 से 8 वर्ष के उपरांत ही दिखाई देते है। इसमें पैर, हाथ, अंडकोष एवं शरीर के अन्य अंगों में सूजन, दर्द, लालपन एवं बुखार आता है।