क्या आप भी चाय के साथ खाते हैं टोस्ट? हो जाएं सावधान, इन बीमारियों का खतरा
January 4, 2023न्यूट्रिशनिस्ट और डायबिटीज एजुकेटर खुशबू जैन टिब्रेवाला बताती हैं कि इस तरह के रस्क के सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है और आपको डायबिटीज की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यह शरीर में सूजन को भी बढ़ाने का काम करता है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, टिबरेवाला ने कहा कि रोजाना या लगातार रस्क के सेवन से ब्लड में ग्लूकोज के स्तर को अस्थिर रखा जा सकता है. यह आपकी आंत में बैक्टीरिया को बढ़ाने का भी काम करता है, जिससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं, जैसे कम इम्युनिटी, अनावश्यक भोजन की इच्छा आदि। रस्क आपके हार्मोनल स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है और शरीर में वसा की वृद्धि का कारण बनता है। इस वजह से कई बार आपको बेवजह भूख लगती है और कुछ खाने की इच्छा होती है। टिबड़ेवाला सुझाव देते हैं कि लोग चाय के साथ रस्क खाने के बजाय सिंघाड़ा या भुने हुए मखाने का सेवन कर सकते हैं।
‘रस्क’ सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है
हेल्थ कोच दिग्विजय सिंह का कहना है कि रस्क बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है. यहां चिंता की बात रस्कों का रंग भी है। कैरेमल कलर या ब्राउन फूड कलर का इस्तेमाल अक्सर टोस्ट को ब्राउन कलर देने के लिए किया जाता है। ये रंग सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। आमतौर पर रस्क में आटे के साथ रंग मिलाया जाता है ताकि वह गेहूँ जैसा दिखे और अच्छा लगे। सिंह के मुताबिक, मल्टीग्रेन रस्क में मैदा भी हो सकता है। इसलिए हमेशा 100 प्रतिशत साबुत गेहूं या 100 प्रतिशत सूजी के रस्क का ही सेवन करें। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी उत्पाद खरीदने से पहले उसका लेबल जरूर पढ़ लें।