रामकथा में शिव महिमा पर प्रवचन,समापन, भक्ति में परिपूर्णता रामकथा से ही मिलेगी: मां मंदाकिनी
January 3, 2023इंदौर ,03 जनवरी I मनुष्य जीवन के लिए ज्ञान आवश्यक है. लेकिन, यदि ज्ञान के साथ भक्ति होगी तो अहंकार और अभिमान से व्यक्ति बच सकता है. बड़े-बडे संत और महापुरुष ज्ञान प्राप्त करने के बाद भी अभिमान के शिकार हो गए. क्योंकि, वे ज्ञान के साथ भक्ति मार्ग पर नहीं चले. हमारी भक्ति अविरल और निर्मल होना चाहिए. आजकल तीर्थ यात्राएं भी पर्यटन की तरह हो गई हैं I
संत जहां होंगे, वहां वसंत भी होगा. भक्ति में परिपूर्णता रामकथा से ही मिलेगी. राम कथाकार दीदी मां मंदाकिनी श्रीराम किंकर ने संगम नगर स्थित श्रीराम मंदिर पर चल रही रामकथा में शिव महिमा की व्याख्या के दौरान उक्त विचार व्यक्त किए. प्रारंभ में राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, डॉ. विनायक पांडे, सुरेश मूलचंदानी, लोकेश अवस्थी, देवेन्द्र जोशी आदि ने व्यासपीठ का पूजन किया. आयोजन समिति की ओर से अरविंद गुप्ता, अनूप जोशी, गोविंद पंवार ने विद्वान वक्ता का स्वागत किया. कथा का समापन शाम 5 से 7 बजे तक कथा के साथ होगा I