IPS ,Dipka के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता इस्टीम्ड अवार्डी के रुप में टॉप 100 प्रिंसिपल अवार्ड के रुप में होंगे सम्मानित
December 28, 2022KORBA/DIPKA , 28 DECEMBER I गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आधुनिक समय की माँग है और चाहे कोई भी क्षेत्र हो गुणवत्ता की माँग हर जगह होती है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से आशय शिक्षा में गुणों का विकास करना या गुणों का समावेश करना है जिसमें छात्रों एवं शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति भली-भांति हो सके । गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में प्रायः उसी शिक्षा का समावेश होता है जो शिक्षा शिक्षण-अधिगम में छात्रों की रुचि एवं क्षमताओं को समझे एवं समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करें और छात्रों में नैतिकता का विकास करने के साथ ही जीविकोपार्जन यांग्य बनाए। कहा जाता है कि सीखने और सिखाने की कोई उम्र नहीं होती । सीखा एक अनवरत चलने वाली प्रक्रिया होती है इसी श्रृंखला में पहला नाम शिक्षा का आता है क्यों सीखने सीखाने का क्रम शिक्षा के पायदानों को क्रमशः स्पर्श किए बिना असंभव है । प्रकृति में सर्वत्र शिक्षा बिखरी हुई है ।
जरूरत है तो सिर्फ एक सही सोच व मार्गदर्शन की । जिसने भी प्रकृति को निकट से जानने व समझने का प्रयास किया है शिक्षा रूपी फलक पर वह व्यक्तित्व अवश्य प्रकाशित हुआ है । उपरोक्त सभी बातों को अक्षरशः सत्य साबित करते हुए आई. पी.एस. दीपका के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद डॉ. संजय गुप्ता का इस्टीम्ड अवार्डी 2023 के रुप में टॉप 100 प्रिंसिपल अवार्ड के रुप में चयन किया गया है। आई. पी.एस. दीपका के लिए बेशक यह गौरव की बात है कि विद्यालय के सम्माननीय व ख्यातिलब्ध शिक्षाविद डॉ. संजय गुप्ता को विशेष रूप से इस्टीम्ड अवार्डी हेतु टॉप 100 प्रिंसिपल अवार्ड के रुप में चयन किया गया है । इस समारोह में जहाँ देशभर के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद्, विचारक, क्रिएटर्स इत्यादि सम्मिलित होकर अपने अपने विचार ‘द ज्वाय ऑफ लर्निंग थ्रू प्रेक्टिकल एक्सपीरिएंस विषय पर प्रस्तुत करेंगें वहीं दूसरी ओर इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता भी उपरोक्त विषय पर अपने मूल्यवान विचार साझा करने हेतु विशेष आमंत्रित वक्ताओं में शामिल हैं ।
वे प्रायोगिक अनुभव के द्वारा सीखने का आनंद विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगें साथ ही यह भी बताएंगे कि आज के समय के अनुरुप हम शिक्षा में यदि आधुनिकता का समावेश नहीं करेंगे तो बच्चे किसी भी प्रतिस्पर्धा के योग्य नहीं बन पाएँगे।हमें आज की माँग को देखते हुए शिक्षा में विज्ञान का समावेश करना होगा साथ ही विद्यार्थियों में नैतिकता का विकास करने हेतु हम विद्यालय में ही व्यावहारिक रुप में क्या-क्या क्रियाकलाप कर सकते हैं। गौरतलब है कि यह पूरा कार्यक्रम एजुकेशन एक्सीलेंश कान्क्लेव के तहत एक उपदेश मीडिया के सौजन्य से जयपुर,राजस्थान के हॉटल रॉयल आर्किड में आयोजित किया जाएगा ।
भारत सरकार से मान्यता प्राप्त एक उपदेश मीडिया तथा उसकी सहयोगी संस्था सीईडी फाउंडेशन,एनईपी पार्टनर,क्रेडो लर्नर,मेटा लर्निंग पार्टनर जैसी नामचीन संस्थाओं के तय मापदंडों पर खरा उतरते हुए इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉ0संजय गुप्ता इस्टीम्ड अवार्डी के रुप में टॉप 100 प्रिंसिपल अवार्ड के लिए चयनित होकर पुनः साबित कर दिया कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती।प्रतिभा अपनी काबिलियत की सुषमा कोने-कोने तक बिखेरती है। डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि आज यदि हमने स्वयं को समयानुरुप आधुनिक तरीके से मानसिक रुप से सशक्त नहीं किया तो हम प्रतिस्पर्धा में काफी पीछे रह जाएँगे। हमें यह समझना होगा कि हम विद्यार्थियों में सीखने के प्रति रुचि कैसे जागृत करें ।
चूँकि दुनिया इंटरनेट के कारण विस्तृत एवं संकुचित दोनों हो गई है अपितु हम इंटरनेट के सदुपयोग से अपने ज्ञान का विस्तार कर सकते हैं। आज मात्र एक क्लिक में हमारे सामने जानकारी का भंडार होता है।हम इंटरनेट का सतत समावेश शिक्षा में कर विद्यार्थियों के ज्ञान को संपुष्ट कर सकते हैं।साथ ही विद्यालय में विद्यार्थियों के करके सीखने पर जोर देना होगा,जिससे कि यह ज्ञान उनके लिए शाश्वत रहे।तात्पर्य यह है कि हम विज्ञान और आध्यात्म के समावेश से एक बेहतर भावी कर्णधारों का निर्माण कर सकते हैं।सुनिश्चित तौर पर आज सर्वत्र प्रतियोगिता का माहौल एवं प्रतिस्पर्धा का वातावरण है । हमें किसी भी ज्ञान को यदि ताउम्र ग्रहण, करना है तो हमें करके एवं आनंदित होकर सीखने पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए ।
क्योंकि यदि हम पूरी रूचि से किसी ज्ञान को ग्रहण करते हैं तो सारी जिंदगी हम उसे नहीं भूलते । हमें प्रत्येक क्षेत्र में अधिकतम प्रयोग एवं तनाव तथा दबाव मुक्त शिक्षा पर जोर देना चाहिए । डॉ. संजय गुप्ता ने कहा कि सीखने का वातावरण विद्यालय में सर्वत्र रहता है जरूरत है तो सिर्फ विद्यार्थियों में रूचि जागृत कर उनकी प्रतिभा को तरासने की । संपूर्ण विद्यालय परिवार ने डॉ. संजय गुप्ता(प्राचार्य, इंडस पब्लिक स्कूल दीपका) को इस उपलब्धि हेतु शुभकामनाएँ प्रेषित की है ।