Mahasamund : वर्मी कम्पोस्ट में मिट्टी की शिकायत निराधार
December 19, 2022महासमुंद,19 दिसंबर I हाल ही में मुख्यमंत्री की भेंट-मुलाकात के दौरान खल्लारी विधानसभा क्षेत्र एम.के. बाहरा में कृषक चमन लाल साहू ने माह जून में सहकारी समिति चरौदा से क्रय की गई वर्मी खाद में मिट्टी होने की शिकायत की थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस. आलोक ने तत्काल जांच करवायी। उसी चरौदा सोसायटी के जरिए कृषक मोहन लाल साहू, देवानंद साहू ने भी वर्मी खाद खरीदी थी। उन्होंने लिखित में बताया कि खाद गुणवत्तायुक्त थी। उन्होंने खरीफ 2022 में अपने खेत में इसका उपयोग किया और धान की पैदावार अच्छी हुई। 15 दिसम्बर को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बागबाहरा फकीरचरण पटेल व ग्राम प्रमुखों एवं गणमान्य नागरिकों के समक्ष कृषक चमन लाल साहू ग्राम एम.के. बाहरा विकासखण्ड बागबाहरा के घर में रखे वर्मी खाद का अवलोकन, निरीक्षण किया गया।
कृषक ने खरीफ 2022 में 09 जून 2022 को सहकारी समिति चरौदा के माध्यम से 20 बोरी वर्मी खाद क्रय किया जिसका उपयोग कृषक ने अभी तक अपने खेत में नहीं किया। घर में वर्मी खाद की बोरी रखी हुई है। सबके समक्ष वर्मी खाद की बोरी की सिलाई खोलने पर वर्मी खाद गुणवत्ता पूर्ण एवं अल्प नमी युक्त पाया गया। निरीक्षण के दौरान यह बात देखने में आयी कि घर में रखे रहने एवं अधिक दिनों तक उपयोग नहीं कर पाने के कारण बोरी की वर्मी खाद में अल्प नमी पायी गयी। इससे बोरी की ऊपरी हिस्से में रखी हुई कुछ खाद का रंग फीका हो गया। किंतु वर्मी खाद में मिट्टी नहीं पायी गयी।
यह वर्मी खाद आज भी खेती में उपयोग योग्य है। शिकायतकर्ता कृषक चमन लाल साहू घर पर नहीं मिले।जांच के दौरान शिकायतकर्ता कृषक चमन लाल साहू के बेटे नेमू साहू ने लिखित में बताया कि सहकारी समिति चरौदा के माध्यम से 20 बोरी वर्मी कम्पोस्ट खाद 09 जून 2022 को लिया था। क्रय किया गया वर्मी खाद पूर्ण गुणवत्तायुक्त था। किंतु मेरे द्वारा खरीफ काश्तकारी में इसका इस्तेमाल नहीं किया गया। घर में ही रखा हुआ है। लेकिन अधिक समय तक उपयोग नहीं होने के कारण बोरी के ऊपरी हिस्से में रखे खाद का रंग कुछ हल्का हो गया है। जिससे मुझे भ्रम हुआ कि वर्मी खाद में मिट्टी मिश्रित है।