मंदिर प्रांगण में चल रहे चतुर्वेद पारायण में 17 दिसंबर 2022 को शुक्ल यजुर्वेद का पारायण का समापन
December 16, 2022उज्जैन,16 दिसंबर । महाकालेश्वर मंदिर के प्रांगण में महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति व महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान एवं सहयोगी संस्था मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 05 दिसम्बर से प्रारंभ हुए सुमंगल सुजलाम जल महोत्सव में दिनांक 12 दिसंबर से शुक्ल यजुर्वेद की माध्यदिनीय शाखा के पारायण का शुभारंभ किया गया। जिसका समापन 17 दिसंबर को सायं को होगा । महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी में बताया कि, दिनांक 12 दिसंबर 2022 से 17 दिसम्बर 2022 तक प्रतिदिन शुक्ल यजुर्वेद की माध्यदिनीय शाखा का पारायण वेदमूर्ति ब्राह्मणों द्वारा किया जा रहा हैं। इसके पश्चात सामवेद व अथर्ववेद का भी पारायण होगा। चतुर्वेद पारायण का समापन 27 दिसंबर 2022 को होगा।
शुक्ल यजुर्वेद की माध्यदिनीय शाखा के पारायण में प्रातः महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के पूर्व प्रशासक आनंदी लाल जोशी द्वारा सपत्नीक पूजन किया गया। जोशी द्वारा शुक्ल यजुर्वेद की माध्यदिनीय शाखा का पारायण कर रहे वेदमुर्ति ब्राह्मणो का सम्मान किया गया। जिसमे वेदमुर्ति स्वप्निल लाखे, राधेश्याम पाठक,आकाश रावल, शेषनाथ त्रिपाठी के साथ महर्षि सांदीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान एवं राष्ट्रीय आर्दश वेद विद्यालय के बटुक व छात्र सम्मिलित थे। 17 दिसंबर 2022 को शुक्ल यजुर्वेद माध्यदिनीय शाखा के पारायण के समापन के पश्चात 18 दिसम्बर 2022 से सामवेद कौथुम शाखा का पारायण प्रारंभ होगा, जो दिनांक 22 दिसंबर तक होगा। यह जानकारी महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा कार्यक्रम के सहायक नोडल अधिकारी श्री प्रशांत त्रिपाठी द्वारा दी गई।