पहले साथ बैठकर शराब पी,फिर ईंट से हमला किया, और चाकू से 8 बार रेता गला
December 16, 2022धमतरी,16 दिसंबर I शहर के मकई तालाब में 12 दिसंबर को मिली सड़ी-गली लाश के मामले में पुलिस ने आरोपी रफीक खान (30 वर्ष) को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि क्रांति चतुर्वेदी (35 वर्ष) उस पर अप्राकृतिक संबंध बनाने का दबाव डालता था, जिससे परेशान होकर उसने उसकी हत्या कर दी। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, 12 दिसंबर की शाम करीब 4 बजे मकई तालाब में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। मृतक का गला धारदार हथियार से कटा हुआ था। सिर पर भी गहरी चोट थी। जांच में मृतक की पहचान साल्हेवार पारा निवासी कांति चतुर्वेदी (35) के रूप में हुई थी। उसके बडे़ भाई ने लाश को देखकर उसकी शिनाख्त की थी।
पोस्टमॉर्टम के बाद लाश को परिजनों को सौंप दिया गया था। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने बताया कि 6 दिसंबर से लापता क्रांति चतुर्वेदी की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिवार ने 8 दिसंबर को लिखवाई थी। हत्या के एंगल से जांच कर रही पुलिस ने 15 दिसंबर को आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार युवक रफीक खान आदतन बदमाश है। क्रांति और रफीक साथ में शराब पीते थे। इस दौरान उनके बीच अच्छी दोस्ती हो गई थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि क्रांति हमेशा उससे अप्राकृतिक संबंध बनाने की डिमांड करता था। 6 दिसंबर को भी दोनों ने साथ में बैठकर शराब पी।
इसके बाद क्रांति उससे अप्राकृतिक संबंध बनाने के लिए कहने लगा, जब मना किया, तो उसने दबाव बनाना शुरू कर दिया। गुस्से में आकर रफीक ने क्रांति के सिर को पहले वहीं पास में पड़े ईंट से कुचला। फिर धारदार चाकू से 8 बार गले को रेता। इसके बाद लाश को तालाब में फेंककर उसे कपड़े से ढंक दिया। आरोपी ने बताया कि तालाब में ही उसने खून से सने चाकू को भी धोया। अपने कपड़े और हाथ-पैर को भी पानी से साफ किया और इसके बाद घर वापस लौट आया। हत्या के 6 दिन बाद 12 दिसंबर को पुलिस ने मृतक की लाश बरामद की थी। सबसे बड़ी बात है कि आरोपी ने ही पुलिस को मकई तालाब में लाश होने की सूचना दी थी। पोस्टमॉर्टम करवाने में भी सहयोग दिया था।
वो मृतक के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था। वो मृतक का दोस्त होने का दिखावा करता रहा, इसलिए पुलिस शुरुआत में उस पर शक नहीं कर पाई। हालांकि CCTV फुटेज ने आरोपी का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस ने हिरासत में लेकर उससे जब कड़ाई से पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद साइबर सेल ने 6 से 12 दिसंबर का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। 6 दिसंबर की रात चमेली चौक स्थित एक कैमरे में आरोपी रफीक खान (30) मकेश्वर वार्ड निवासी शराब लेकर आता हुआ दिखाई दिया।
पूछताछ में जानकारी मिली कि अंतिम बार क्रांति चतुर्वेदी और रफीक खान दोनों को मकई तालाब के पास साथ देखा गया था। इसके बाद आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। घटनास्थल से कोतवाली थाने की दूरी महज 1 किलोमीटर है। 24 घंटे चहल-पहल और बस्ती के किनारे हुई इस हत्या से सुरक्षा भी सवालों के घेरे में थी। पुलिस ने ये भी बताया कि मृतक क्रांति चतुर्वेदी की शादी हुई थी, लेकिन अप्राकृतिक तरीके से संबंध बनाने की मांग के चलते उसकी पत्नी उसे करीब 6 साल पहले छोड़कर चली गई थी।
रायपुर-जगदलपुर नेशनल हाईवे पर मकई चौक स्थित है। यहां से 50 मीटर दूर तालाब किनारे 9 महीने पहले फरवरी में निगम ने चौपाटी बसाई। मकई तालाब के आसपास असामाजिक तत्वों का दिनभर जमावड़ा लगा रहता है। कई बार महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़खानी भी हो चुकी है। चौपाटी में ठेला लगाने वाले दुकानदारों ने इसकी शिकायत पुलिस, नगर निगम व जिला प्रशासन से भी की, लेकिन अफसरों ने ध्यान नहीं दिया। अब इसी इलाके में एक शख्स की हत्या कर तालाब में शव फेंक दिया गया, जिसके आरोपी को गिरफ्तार कर गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
धमतरी जिले में 10 महीने में हत्या की 20 वारदातें हुईं। इनमें से 10 यानी 53 फीसदी मामले ऐसे हैं, जिनमें नजदीकी रिश्तेदार ने ही वारदात को अंजाम दिया। इन सभी हत्यायों का प्रमुख कारण आर्थिक तंगी, नशा, तनाव, गुस्सा और शक करना रहा। पुलिस जिले में नशे का अवैध कारोबार भी नहीं रोक पा रही है, जिससे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं।
अप्राकृतिक संबंध बनाने से मना करने पर बेमेतरा में भी हुई थी नाबालिग लड़के की हत्या
बेमेतरा जिले में इस साल 24 जनवरी को नाबालिग लड़की हत्या हो गई थी। इस मामले में दोषी पंकज विश्वकर्मा को 4 दिसंबर को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई। अपर सत्र न्यायाधीश मधु तिवारी ने फैसला सुनाया। 24 जनवरी को नाबालिग स्कूल से आकर खाना खाने के बाद घूमने के लिए निकला था, लेकिन इसके बाद वो वापस नहीं लौटा था। संदिग्ध पंकज विश्वकर्मा को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया था कि वो उसे बहला-फुसलाकर खेत में ले गया और अप्राकृतिक संबंध बनाने की मांग करने लगे। इसके लिए नाबालिग लड़के ने मना किया, तो उसने गुस्से में आकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को नवरंगे के खेत के गड्ढे में छिपा दिया था। इसके बाद पुलिस ने पंकज विश्वकर्मा की निशानदेही पर मृतक के शव को बरामद कर लिया था। फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस की सुनवाई हुई, जिसमें आरोपी पंकज को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई गई थी।