महेन्द्र मीणा की गोली मार कर हत्या के मामले में फरार चल रहे चार बदमाशों को किया गिरफ्तार
December 15, 2022जयपुर,15 दिसंबर । प्रताप नगर थाना इलाके में एक दिसम्बर को एक युवक महेन्द्र मीणा की गोली मार कर हत्या के मामले में फरार चल रहे चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इससे पहले वारदात के बाद आरोपितों की मदद करने वाले चार आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। पुलिस इसके साथ ही इस मामले में फरार चल रहे अन्य आरोपितों की तलाश में जुट गई हैं। पुलिस ने वारदात के समय काम में ली गई कार को बरामद कर लिया। पुलिस उपायुक्त जयपुर (पूर्व) डॉ राजीव पचार ने बताया कि प्रताप नगर थाना इलाके में एक दिसम्बर को एक युवक महेन्द्र मीणा की गोली मार कर हत्या के मामले में फरार चल रहे बालघाट करौली निवासी भरतलाल मीणा, नादौती करौली निवासी प्रियांशु मीणा, बालघाट करौली निवासी यादराम मीणा और हिण्डौन सिटी करौली निवासी मोनू कटकड़ को गिरफ्तार किया हैं।
पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ मेें सामने आया कि हत्या करने वाले विनीत मेडी, महेश नांगल, संतोष उर्फ बच्चा मीणा, भरत मीणा, प्रियांशु, भानु मीणा, मोनू कटकड़ और राहुल उर्फ ऋषभ मीणा आदि ने मिलकर प्लान बनाया। रैकी करने के बाद महेन्द्र मीणा की हत्या कर दी। विनीत मेडी गैंग का संदीप मीणा, महेन्द्र मीणा से वर्चस्व को लेकर झगड़े होते रहते थे। जिससे इनमें गहरी रंजिश हो गई थी। इसके चलते विनीत मेडी गैंग ने अपने सदस्यों को इकट्ठा कर हथियारों से लैस होकर रैकी कर महेन्द्र मीणा और संदीप मीणा और उसके सदस्यों पर जानलेवा हमला कर दिया। जिसमें गोली लगने से महेंद्र मीणा की मौत हो गई थी। विनीत मेडी गैंग के सदस्य आदतन अपराधी है i
उनके खिलाफ अलग अलग थानों गौरतलब है कि एक दिसंबर को प्रताप नगर क्षेत्र में गोदावरी अपार्टमेंट में दो गैंग में चल रही आपसी रंजिश में हुई फायरिंग में गोली लगने से महेंद्र मीणा की मौत हो गई थी। पुलिस को आरोपित प्रियांशु के जोधपुर में छिपे होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए एक पुलिस टीम को रवाना किया। पुलिस ने जोधपुर पूर्व से सहयोग लेकर प्रियांशु को दबोच लिया और वहीं पुलिस को आरोपित भरत मीणा की गोल्डन डूम जगतपुरा में होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने बऱत सिंह को दबोच लिया। इसके अलावा टैक्सी ड्राइवर यादराम मीणा को जगतपुरा से पकड़ लिया। जिसने घटना में आरोपियों का सहयोग किया था। साथ ही मोनू कटकड को दांतली पुलिया के पास दस्तयाब किया गया था।