कृषि क्षेत्र में ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति किसानों को जागरुक करने कृषि विज्ञान केंद्र में एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
December 12, 2022कोरिया,12 दिसम्बर I छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा ) एवं ब्यूरो ऑफ एनर्जी इफ़्फ़िशंसी (बी.ई.ई.) भारत सरकार के तत्वावधान में किसानों में ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के लिए बैकुण्ठपुर के सलका स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार दिनांक 9 दिसंबर को किया गया।जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उपसंचालक कृषि विभाग पी. एस.दीवान, क्रेडा कार्यालय जिला प्रभारी रामायण उपाध्याय, कृषि विज्ञान केंद्र के पी. आर. बोबाड़े,सब इंजीनियर विद्युत विभाग केशव चंद्र, क्रेडा जिला कार्यालय के ऊर्जा संरक्षण प्रभारी टीकम लाल वर्मा एवं बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे I
क्रेडा के अधीक्षण अभियंता ए के अग्निहोत्री ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में ऊर्जा एवं जल संरक्षण के प्रति किसानों को जागरुक करना है, उन्होंने कृषि क्षेत्र में सौर ऊर्जा आधारित सोलर पंप के स्थापना हेतु किसानों को प्रेरित किया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. केशव चंद्र राजहंसे द्वारा कृषकों को कृषि क्षेत्र में जल के सदुपयोग, ऊर्जा एवं जल संरक्षण की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएं तथा संसाधनों के बेहतर उपयोग के लिए सर्वाेत्तम कृषि अध्ययन उत्पादन प्राप्त करने हेतु जल संरक्षण और पानी का उपयोग के संदर्भ में जानकारी दी गई।
इस दौरान क्रेडा के सिस्टम इंटीग्रेटर, कृति सोलर कोलकाता, प्रतीक इंफ्राटेक, ग्रीन वर्ल्ड सोलर रायपुर, टाटा पावर सोलर, एवं सी. आर.आई. पंप गुप्ता ट्रेडर्स, दिव्यम सेल्स बैकुंठपुर के तकनीकी वक्ताओं ने प्रमाणित फाइव स्टार रेटेड पंपों के चयन तथा स्थापना, पंपों के कुशल संचालन मरम्मत और रखरखाव सहित प्रमाणित स्टार्टेड पंप के लाभ एवं कृषि क्षेत्रों में बिजली की बचत विषयों पर कृषको को प्रशिक्षण दिया तथा पंपो के संबंध में सुझाव दिया।