‘सुक्खू राज’ में बन सकती है राजनीतिक अस्थिरता: पंडित शशिपाल
December 11, 2022शिमला,11 दिसंबर । अंक गणना के मुताबिक नवगठित सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के लिए भी प्रदेश की चुनौतियों का पार पाना आसान न होगा। प्रख्यात अंक ज्योतिषी व वशिष्ठ ज्योतिष सदन के अध्यक्ष पंडित शशिपाल डोगरा ने नवगठित सुक्खू सरकार के बारे में अंक गणना करने के बाद बताया कि आने वाला वर्ष 2023 उनके लिए चुनौतियां से भरा रहेगा। प्रदेश में 11 दिसंबर को 15वें मुख्यमंत्री के रूप में सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शपथ ग्रहण की। इनका जन्म 26 मार्च, 1964 को हमीरपुर जिला के नादौन में है। इनका जन्मांक 2 + 6 = 8 अंक जो कि शनि का अंक है। शनि संघर्ष, सत्ता और न्याय का कारक है। शनि अचानक पद को देता है। उन्होंने कहा कि शनि बड़ी आयु में किसी बड़े पद को देता है। 59वें वर्ष में मुख्यमंत्री का पद मिला। 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री की घोषणा हुए, 1 + 0 = 1 अंक सूर्य का अंक जोकि शनि का शत्रु है।
इसी तरह 11 दिसंबर को मुख्यमंत्री की शपथ ली। अब 1 + 1 = 2 अंक जो चंद्रमा का अंक है। चंद्रमा मन का कारक है। सुक्खू का 8 अंक है जो कि शनि का अंक है। वहीं कांग्रेस का भी 8 ही अंक है। उन्होंने कहा कि 2 अंक चंद्र का व सुक्खू का मूलांक 8 व कांग्रेस का, इस प्रकार 8 अंक 2 अंक आपस में शत्रु अंक है। चंद्र पर शनि का प्रभाव मानसिक परेशानी देगा। वहीं विडंबना ये 7वें व्यक्ति बने, 7 अंक केतु का है दिशाहीन करता है। पंडित डोगरा ने कहा कि 15वें मुख्यमंत्री 15 + 7 = 22 = 2 + 2 = 4 अंक जो राहु का अंक है, राहु षड्यंत्र का कारक है। आने वाले वर्ष 2023 का भी 7 ही अंक बनता है। 8 + 7 = 15 = 1 + 5 = 6 अंक जो शुक्र का अंक है। शुक्र स्त्री का कारक है।
6 + 7 = 13 = 1 + 3 = 4 अंक जो राहु का अंक है। किसी महिला के द्वारा कोई बड़ा षड्यंत्र दे सकता है। इस सरकार की विडंबना देखो कि इसमें एक भी महिला विधायक अथवा मंत्री नहीं है। ये योग जुलाई महीने (7) के बाद शुरू होगा। यह प्रदेश में नवगठित सुक्खू सरकार को संकट में डाल सकता है। कुल मिलाकर प्रदेश में नई बने मुख्यमंत्री सुक्खू की राह कठिन लग रही है। वैसे भी कांग्रेस का 40 विधायक जीत कर आए है। 4 + 0 = 4 अंक राहु का अंक अचानक ही किसी बड़ी बगावत को दे सकता है। पंडित डोगरा ने कहा कि ऐसा ही योग महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के दौरान भी बना था, जिसके बाद ठाकरे सरकार अपना कार्यकाल पूर्ण नहीं कर पाई।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार
पंडित शशिपाल डोगरा ने कहा कि सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने 11 दिसंबर को दोपहर 1:52 मिनट पर मीन लग्न में शपथ ग्रहण की है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार मीन लग्न एक अस्थिर लग्न है, जो कि सरकार को स्थिर नहीं रहने देता और अचानक ही सरकार में उथल पुथल का योग बनाता है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने भी वही गलती की है जो मध्य प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने की थी, अस्थिर लग्न में शपथ ली है, पंचम भाव का स्वामी ग्रह चंद्रमा चौथे भाव में है। जिसके चलते राजनीतिक रूप से अस्थिरता बनी रहेगी, 17 अगस्त, 2023 को जब बृहस्पति में मंगल का प्रत्यंतर प्रारंभ होगा। मंगल जो कि भाग्येश है परंतु कुंडली में वक्री गति से पराक्रम भाव में भ्रमण कर रहा है, सब इस सरकार को परेशानियां प्रारंभ होगी।