राष्ट्रीय नृत्य संगीत प्रतियोगिता (निनाद )में कोरबा की हेमा जायसवाल रही प्रथम*
December 8, 2022संगीत कला केंद्र आगरा ने किया था आयोजन*
विगत दिनों देश के प्रतिष्ठित संस्था ‘संगीत कला केंद्र आगरा एवम पंडित रघुनाथ तालेगांवकर फाउंडेशन ट्रस्ट आगरा ‘के संयुक्त तत्वावधान में महर्षि पंडित विष्णु दिगंबर अखिल भारतीय 58वी संगीत प्रतियोगिता (निनाद) का ऑनलाइन आयोजन किया गया । जिसमें सुरताल संगीत कला केंद्र बालको में नृत्य का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही नन्हीं छात्रा हेमा जायसवाल ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देते हुए प्रथम स्थान हासिल किया और एक बार फिर अपने संस्था और गुरुओ के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है, 5 नवंबर से 27 नवंबर 2022 तक 23 दिनों तक चलने वाले इस ऑनलाईन प्रतियोगिता में देश की21 जानी मानी संगीत केंद्रों के साथ साथ टैक्सेस, कैलिफोर्निया एवं न्यू जर्सी जैसे देश भी संगीत प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया ।
इस प्रतियोगिता में कत्थक नृत्य ,शास्त्रीय गायन, तबला वादन, स्वर वाद्य वादन, भजन गायन, लोक गायन, भरतनाट्यम एवं लोक नृत्य को भी आयोजन था जिसमें हेमा जायसवाल ने कथक नृत्य किशोर वर्ग(10से 15वर्ष कनिष्ठ वर्ग) में भाग लेकर प्रथम स्थान हासिल किया है। पहले भी इस बालिका ने लगातार अनेकों राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है ।
वर्त्तमान वर्ष 2022 में हेमा जायसवाल का प्रदर्शन
मई 2022 – अखिल भारतीय संस्कृति संघ पुणे द्वारा आयोजित 18वी सांस्कृतिक मंच में एकल कत्थक नृत्य में चेयरमैन पुरष्कार
अगस्त 2022- नृत्य धाम कला समिति, भिलाई द्वारा आयोजित प्रतिभा परिज्ञान मोहत्सव, में एकल कत्थक नृत्य में द्वितीय पुरष्कार.
सितम्बर 2022 – साई नृत्य निलायम, बिलासपुर द्वारा आयोजित प्रणव महोत्सव में एकल कत्थक नृत्य में प्रथम पुरष्कार
अक्टूबर 2022 – नृत्यधाम कला समिति भिलाई द्वारा आयोजित देश राग में एकल कत्थक नृत्य में प्रथम पुरष्कार
ज्ञात हो कि हेमा जायसवाल दिल्ली पब्लिक स्कूल बालको के कक्षा 6वी की छात्रा है महज 11 वर्ष की उम्र में हेमा की इस उपलब्धि से संगीत गुरुओं एवं विशेषज्ञों ने खुशी जाहिर करते हुए बधाई प्रेषित किया है ।हेमा जायसवाल अभी आने वाले 4 जनवरी से मलेशिया में आयोजित होने वाली अंतर्राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता की में भाग लेने का आमंत्रण मिला है।
हेमा जायसवाल विगत तीन वर्षों से संगीत गुरु एवम ख्याति प्राप्त तबला वादक एवं नृत्य गुरु मोरध्वज वैष्णव जी से कत्थक नृत्य संगीत की शिक्षा ले रही है बालिका के पिता वीरेंद्र जायसवाल जो की बालको में कार्यरत है और माता श्रीमती दीप्ती जायसवाल जो की एक शिक्षका है इस अभूतपूर्व उपब्धि के पीछे योग्य गुरु का सानिग्ध एवं बालिका के लगन एवम मेहनत को श्रेय दे रहे है जिनके उचित मार्गदर्शन में चलकर सफलता मिली है। हेमा जायसवाल के लगातार सफलता से उनके गुरु ,विद्यालय के शिक्षक,माता पिता एवं परिवार जन संबंधियों में उत्साह एवम खुशी का माहौल है सभी हेमा के इस प्रसिद्धि के लिए व उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है।