जिंदानी परिवार की चंदादेवी का निधन,नेत्र फिर देहदान कर चंदा ने निभाया वादा
November 28, 2022बालोद ,28 नवंबर I शहर के वार्ड 12 शिव कॉलाेनी निवासी चंदादेवी जिंदानी (64) ने मरणोपरांत नेत्रदान व देहदान कर वादा निभाया। शनिवार शाम को दुर्ग अस्पताल ले जाने के दौरान चंदादेवी का निधन हो गया। जिसके बाद परिवार वालांे ने उनके इच्छा अनुसार शनिवार रात में ही नेत्रदान फिर रविवार को सुबह देहदान कर फर्ज निभाया। इसके साथ ही मां को आदर्श मानकर प्रतिष्ठित व्यापारी संतोष जिंदानी व उनकी पत्नी कंचन जिंदानी ने भी देहदान का संकल्प लिया।
मुक्तिधाम में सामाजिक रीति रिवाज अनुसार जरूरी संस्कार को पूरा करने के बाद एंबुलेंस के माध्यम से पार्थिव शरीर को मेडिकल कॉलेज रवाना किया गया। जिंदानी ने बताया कि निधन के बाद सीएमएचओ को सूचना दे दिए थे। रात में ही टीम पहुंच गई थी। मां ने कहा था कि निधन के बाद नेत्र व शरीर को दान कर देना ताकि मेडिकल स्टूडेंट्स व जरूरतमन्दों के काम आ सकें। जलने के बाद राख ही होना है। परिवार के सभी सदस्यों व सामाजिक लोगों ने फर्ज निभाया।
एक दिसंबर 2015 को आदमाबाद झलमला में आयोजित मिलन समारोह कार्यक्रम में बाफना परिवार के 32 सदस्य देहदान और लगभग 20 सदस्य नेत्रदान की घोषणा कर चुके है। यह निर्णय लेने के बाद बाफना परिवार अन्य समाज के लोगों के लिए आदर्श बना हुआ है।अब कई समाज के सदस्य अच्छी पहल कर रहे हैं। बाफना परिवार के सभी सदस्यों ने एक-दूसरे से स्वप्रेरित होकर नेत्रदान व देहदान करने का निर्णय लिया है। जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग, पुरुष, महिलाएं शामिल हैं।