इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2022 में हिमाचली उत्पादों की धूम
November 23, 2022नई दिल्ली,23 नवंबर I नई दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2022 में हिमाचली उत्पादों की जबरदस्त मांग देखने को मिल रही है I पिछले कुछ सालों में कोविड महामारी की काली छाया झेल चुके इस अंतरराष्ट्रीय व्यापर मेले में तीन सालों के बाद रौनक देखने को मिल रही है हालाँकि इस बार हिमाचल पैविलियन में केवल 14 स्टाल ही लगाए गए हैं लेकिन इन सभी 14 स्टॉलों में बिशुद्ध हिमाचली उत्पाद ही बिक्री के लिए रखे गए हैं तथा बड़ी ब्यापारिक कम्पनियों और औद्योगिक घरानों के स्टाल पैविलियन में शामिल नहीं किये गए हैं I
इस बर्ष “वोकल फॉर लोकल “के थीम पर आयोजित किये जा रहे अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में पुरे राज्य के बिभिन्न भागों में बिद्यमान कच्चे मॉल , जड़ी बूटियों , और ऊन ,पश्मीना , पट्टू आदि मूल हिमाचली उत्पादों के स्टाल महानगरों और अंतरराष्ट्रीय खरीददारों में गुणबत्ता और ब्रांड वैल्यू की बजह से काफी पसन्द किये जा रहे हैं महानगरों में हर्बल उत्पादों के बढ़ते क्रेज की बजह से खरीददार हिमाचली उत्पादों को बरीयता प्रदान कर रहे हैं राजधानी दिल्ली में हिमाचल की छबि और हिमाचली उत्पादों की गुणबत्ता की बजह से खरीददार सबसे पहले हिमाचली स्टॉलों की ओर ही रुख करते हैं तथा अपने कुशल ब्यबहार और उत्पादों की जानकारी रखने बाले हिमाचली उद्यमी खरीददारों को कभी निराश भी नहीं करते I
शिमला के ई देहाती फार्मर्स स्टोर द्वारा लगाए गए स्टाल में शिमला और किन्नौर के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रकृतिक खेती के माध्यम से उगाये जा रहे दालों , मसालों , देशी घी और न्यूट्री आदि उत्पादों को प्रदर्शित किया गया है ब्यापार मेले में यह इस प्रकार पहला स्टाल है आयोजकों का कहना है इस आगामी दिसम्बर माह में राजधानी शिमला के बालूगंज में प्रकृतिक खेती के उत्पादों का पहला स्टोर स्थापित किया जायेगा जिससे दुनिया भर से शिमला आने बाले लोग प्रकृतिक खेती के उत्पादों को खरीद सकेंगे I
राज्य के ग्रामीण बिकास बिभाग ने अपने स्टाल में चम्बा रुमाल ,लाहुली जुराबें ,शहद , काला जीरा , चम्बा चपल आदि का प्रदर्शन किया है तथा अनेक उत्पादों के जी आई टैग की बजह से यह उच्च बर्ग के खरीददारों की पसन्द बनते जा रहे हैं चम्बा के आनंद हैंडलूम द्वारा भरमौर क्षेत्र के गद्दियों की ऊन पर आधारित शाल , पट्टू , कोट ,जैकेट्स अपनी गुणबत्ता और डिज़ाइन की बजह से खासे लोकप्रिय हो रहे हैं / यह उत्पाद महँगे जरूर हैं लेकिन क़्वालिटी के प्रति संबेदनशील ग्राहक इन्हें खरीदना पसन्द करते हैं क्योंकि दिल्ली की हाड़ कंपा देने बाली सर्दी का आगाज हो ही चूका है I
देवभूमि कुल्लू की हिल्ली बास्केट संस्था द्वारा कुल्लू, लाहौल स्पीति और ऊँची पर्वत श्रंखलाओं में सी बकथॉर्न (छरमा ), रोडोडेंड्रोन ( बुरांश के फूल ) ,बिच्छू बूटी ,और रखाला जड़ी बूटियों से बनाई गई हर्बल चाय भी इस ब्यापार मेले में पहली बार स्टॉल पर प्रदर्शित की गई है हिमालयी क्षेत्रों में बिशुद्ध प्रकृतिक बाताबरण में उगे इन जड़ी बूटियों से बनी हर्बल चाय को अनेक रोगों के उपचार में सहायक माना जाता है राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित हॉस्पिटल के डॉक्टर इन चाय को खरीदने में बिशेष रूचि दिखा रहे हैं संस्था द्वारा बकरी के दूध , खुबानी ,शिया बटर से बनाये गए फेस पैक, बॉडी स्क्रब ,और साबून को सौन्दर्य के प्रति संबेदनशील महिलाएं काफी पसन्द कर रही हैं I
क्योंकि यह माना जाता है की इन सौन्दर्य उत्पादों के उत्पादों के उपयोग से प्रदूषण से होने बाले नुकसान से त्वचा को बचाया जा सकता है संस्था द्वारा सेब और नाशपाती के चिप्स ,गुच्छी के उत्पाद ,छरमा बेरीज ,पहाड़ी बादाम , अखरोट के उत्पाद स्वास्थ्यबर्धक स्नैक्स के तौर पर देखे जा रहे हैं इसी संस्था के पांगी के लाल चावल भी सराहे जा रहे है कुल्लू के आर आर एंटरप्राइज द्वारा कुल्लू जिला में पैदा होने बाले धनिया और मिर्च के मसाले खाने के शौकीनों में काफी सराहे जा रहे हैं कुल्लू की पंचबीर महिला समूह की शाल , मफलर ,दुपट्टों की गुणबत्ता और डिज़ाइन भी मांग में हैं I
हाइब नेचुरल हॉउस काँगड़ा बड़ा भंगाल और ऊँचे क्षेत्रों में पैदा होने बाले रॉ हनी ,आचार ,हल्दी ,फ्रूट जैम आदि की महक पुरे स्टाल को सुगन्धित कर रही है अपनी गुणबत्ता और ब्रांड वैल्यू के लिए माने जाने बाले भुटटी वीवर्स कुल्लू का स्टाल काफी भीड़ खींच रहा है पिछले कई बरसों से ट्रेड फेयर में लगने बाले इस स्टाल में इसके परम्परागत ग्राहक आते हैं जोकि बिना मोलभाव किये पूरी सर्दियों के लिए ऊनी बस्त्रों , मौजों और शॉलों की बर्ष भर की शॉपिंग करते हैं I
राजधानी दिल्ली से नजदीक होने की बजह से हिमाचल प्रदेश के पर्यटक स्थल दिल्ली के लोगों की पहली पसन्द होते हैं और अनेक खरीददार हिमाचल और हिमाचली हर्बल उत्पादों की अच्छी जानकारी रखते हैं जिसकी बजह से हिमाचली उत्पादों की मार्केटिंग में मदद मिलती है I