पिंजरे से बाहर आते ही ‘ओबान’ ने पहले माहौल देखा, फिर लगाई दौड़…
November 19, 2022कूनो,19 नवंबर । पिंजरे से बाहर आते ही पहले ‘ओबान’ ने पहले तो स्थिति का जायजा लिया, इसके बाद उसने दौड़ लगा दी। नामीबिया से पहुंचे 8 चीतों में से 2 नर चीतों को पहले छोड़ा जा चुका है, इसके बाद शुक्रवार को तीसरे नर चीते ‘ओबान’ को रिलीज किया गया। अधिकारी उसकी गतिविधियों को मॉनीटर कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह दो नर चीते अब कूनो के माहौल में रच-बस गए हैं, यह चीता भी माहौल में ढल जाएगा।
प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर 17 सितंबर को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। उन्हें अलग-अलग क्वारंटाइन बाड़ों में रखा गया था। अब धीरे-धीरे उन्हें बड़े बाड़ों में छोड़ा जा रहा है। अब तक 3 नर चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया है। मध्यप्रदेश के पीसीसीएफ (वाइल्ड लाइफ) जसवीर सिंह चौहान की मौजूदगी में तीसरे चीते को बड़े बाड़े में छोड़ा गया। इस चीते का नाम ‘ओबान’ है। इससे पहले पांच नवंबर को फ्रेडी और एल्टन नाम के दो सगे भाइयों को भी बड़े बाड़े में रिलीज किया गया था। दोनों ही चीते अब कूनो नेशनल पार्क के माहौल में रच-बस गए हैं। चीतल का शिकार कर रहे हैं और उछल-कूद करते देखे जा रहे हैं।
पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जसवीर सिंह चौहान गुरुवार शाम को कूनो पहुंचे। उन्होंने शुक्रवार सुबह सीसीएफ उत्तम शर्मा और डीएफओ पीके वर्मा के साथ बाड़े का निरीक्षण किया। स्थितियों का आंकलन कर संतुष्टि जाहिर की। इसके बाद एक नर चीता को बड़े बाड़े में छोड़ने का निर्णय लिया गया। इसके बाद शुक्रवार को छोटे बाड़े से निकालकर तीसरे नर चीता को बड़े बाड़े में छोड़ा गया। उसकी दिनभर मॉनिटरिंग की गई, जिसमें पाया गया कि चीते ने बड़े बाड़े में दिनभर न केवल उछलकूद की, बल्कि खूब दौड़ भी लगाई।
अब पांच मादा चीता ही रह गए हैं क्वारंटाइन
प्रोजेक्ट चीता के तहत आठ चीतों को नामीबिया से भारत लाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर को आठ चीतों को क्वारंटाइन बाड़े में छोड़ा था। इन आठ चीतों में तीन नर है और पांच मादा। एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप पर किसी जानवर को बसाने की यह दुनिया की पहली योजना है। इस पर पूरी दुनिया की नजर है। कूनो में इन चीतों को बीमारियों से बचाने के लिए एक महीने तक क्वारंटाइन रखने की योजना थी। इसके बाद उन्हें बड़े बाड़े में छोड़ा जाना था। हालांकि, बाद में फैसला हुआ कि इन्हें धीरे-धीरे छोड़ा जाएगा। चीता टास्क फोर्स इन चीतों की गतिविधियों पर नजर रख रही है। उसको ही क्वारंटाइन बाड़ों में रह रही मादा चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ने का फैसला भी लेना है। माना जा रहा है कि इसी महीने यह कदम उठाया जाएगा।
दो चीते ढल चुके हैं कूनो के माहौल में
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने बताया कि शुक्रवार रात को तीसरे नर चीते को छोड़े बाड़े से बड़े बाड़े में छोड़ा गया है। जिन दो चीतों को पांच नवंबर को रिलीज किया गया था, वह कूनो नेशनल पार्क के वातावरण में ढल चुके हैं। उन्होंने दो-तीन चीतलों का शिकार भी मिलकर किया है। पीसीसीएफ जेएस चौहान की मौजूदगी में शुक्रवार को तीसरा नर चीता भी बीते रोज बड़े बाड़े में छोड़ दिया है।