रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
November 19, 2022नई दिल्ली,19 नवंबर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिटिश सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती के अवसर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र के लिए उनके साहस और अतुलनीय योगदान को कभी भी भूलाया नहीं जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर याद कर रहा हूं। हमारे राष्ट्र के लिए उनकी प्रतिष्ठा और महत्वपूर्ण योगदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता। वह औपनिवेशिक शासन के उनके प्रभाव के विरोध के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।’साथ ही पीएम मोदी ने ट्विटर पर कुछ फोटो भी साझा की हैं। पिछले साल इसी दिन लक्ष्मीबाई की जयंती मनाने के दौरान वह झांसी दौरे पर थे।
इन फोटो में पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल दिखाई दे रहीं हैं। बता दें कि लक्ष्मीबाई औपनिवेशिक शासन के खिलाफ 1857 के विद्रोह की लड़ाई में शामिल हुईं थीं। 1857 की लड़ाई भारत की स्वतंत्रता के पहले युद्ध के रूप में भी जाना जाता है। रानी लक्ष्मीबाई ने अपने राज्य पर कब्जा करने के प्रयासों का विरोध करने के लिए ब्रिटिश सेना से बहादुरी से लड़ते हुए अपने जीवन का बलिदान कर दिया था।
‘झांसी की रानी’ के नाम से भी है जाना जाता
रानी लक्ष्मीबाई, जिन्हें ‘झांसी की रानी’ के नाम से जाना जाता है। वह महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं और भारत के अब तक के सबसे महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक हैं। झांसी की रानी को अपने साहस, सम्मान और देशभक्ति के को लेकर इतिहास के पन्नों में पढ़ा जाता है।’खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी’। यह सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखी गई कविता की यह महाकाव्य पंक्ति बताती है कि कैसे झांसी की रानी ने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ साहसपूर्वक लड़ाई लड़ी और भारतीय इतिहास पर एक पथ-प्रदर्शक-प्रभाव छोड़ा।