अस्थमा के मरीज भूलकर भी न करें इन चीजों का सेवन

अस्थमा के मरीज भूलकर भी न करें इन चीजों का सेवन

May 6, 2025 Off By NN Express

अस्थमा सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है।यह बीमारी हमारे श्वसन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित करती है। एक आंकड़े के अनुसार साल 2050 तक अस्थमा रोगियों की संख्या तीन गुना बढ़ जाएगी। अस्थमा कभी भी किसी को भी अचानक अपनी गिरफ्त में ले सकता है। इस लिए जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 6 मई को ‘वर्ल्ड अस्थमा डे; मनाया जाता है।

अस्थमा के मरीजों को अपनी डाइट का बेहद ख्याल रखना चाहिए। डाइट में लापरवाही करने पर यह बीमारी तेजी से ट्रिगर होती है। अस्थमा के मरीजों को कुछ चीज़ों को खाने से परहेज़ करना चाहिए, क्योंकि ये चीजें एलर्जी ट्रिगर, सूजन बढ़ाने, या श्वसन मार्ग को संकुचित करने का कारण बन सकती हैं। नीचे कुछ ऐसी चीजें दी गई हैं जिनसे अस्थमा के मरीजों को दूरी बनानी चाहिए:

इन चीज़ों से बनाएं दूरी:

प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड: जो लोग प्रोसेस्ड और पैकेज्ड फूड का सेवन ज़्यादा करते हैं उनमें अस्थमा का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में संतृप्त वसा पाया जाता है। जो इम्यूनिटी को कमजोर कर देता है। इनमें सल्फाइट्स, प्रिज़रवेटिव्स और आर्टिफिशियल फ्लेवर भी होते हैं जो अस्थमा को ट्रिगर कर सकते हैं।

ठंडी चीज़ें: आइसक्रीम, कोल्ड ड्रिंक्स जैसी ठंडी चीज़ों से भी अस्थमा के मरीजों को दूरी बनानी चाहिए। ठंडा खाने या पीने से गले और फेफड़ों की नलियों में सिकुड़न हो सकती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

शराब का सेवन: शराब और बियर में सल्फाइट्स मिलाए जाते हैं। जिससे कि यह काफी समय तक खराब न हो। वहीं यह सल्फाइट्स अस्थमा के रोगियों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं।

डेयरी उत्पाद: दूध, चीज़, मक्खन जैसे डेरी प्रोडक्ट्स अस्थमा के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।कुछ लोगों को डेयरी से म्यूकस (कफ) ज्यादा बनने लगता है, जिससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।

कॉफी- अगर इम्यून सिस्टम कमजोर है तो कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। कॉफी में मौजूद कैफीन एसिड रिफलेक्स को बढ़ा देती है। वहीं दमा के कुछ मरीजों में कॉफी का सेवन करने से फूड प्वाइजनिंग हो सकता है।

Disclaimer: (इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)