पड़ोसी राज्य पंजाब के अबोहर में तो किन्नू की आवक शुरू
November 16, 2022श्रीगंगानगर, 16 नवंबर । देश-विदेश में श्रीगंगानगर को नई पहचान देने वाले गंगानगरी किन्नू का अभी तक सीजन तो शुरू नहीं हुआ, मगर इसकी चर्चा जोरों पर है। पड़ोसी राज्य पंजाब के अबोहर में तो किन्नू की आवक शुरू हो चुकी है, मगर यह आवक अभी नाममात्र है। उद्यान विभाग के अधिकारियों और किन्नू व्यवसायियों के अनुसार इस बार किन्नू का उत्पादन 25 से 30 प्रतिशत कम होने से व्यवसाय मंदा रहने की संभावना है। इसके बाद भी किन्नू का स्वाद चखने वाले शौकीनों के लिए अच्छी बात यह है कि इसके भाव सामान्य रहने की संभावना है।
इसका कारण यह है कि इस बार किन्नू का बांग्लादेश में निर्यात होने की संभावना न के बराबर है, क्योंकि बांग्लादेश सरकार ने किन्नू और संतरा पर एक्साइज ड्यूटी 38 से बढ़ाकर 68 रुपये प्रति किलो कर दी है। वैसे भी बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था इन दिनों खराब चल रही है। व्यापारियों का कहना है कि पहले इन दिनों बांग्लादेश में संतरा की 50 से 60 गाड़ियां रोजाना जाती थीं, इन दिनों यह संख्या 5 से 6 पर आ गई है। किन्नू व्यवसायी टेकचंद बंसल का कहना है कि उत्पादन बहुत कम होने से व्यवसाय मंदा रहेगा। अगर भाव तेज हुए तो व्यापारी और उपभोक्ता दोनों को दिक्कत होगी।
क्योंकि व्यापारी को महंगे दामों पर माल बेचने में परेशानी आएगी, वहीं आम उपभोक्ता की पहुंच से किन्नू बाहर हो जाएगा। किन्नू व्यवसाय से जुड़े मूलचंद गेरा ने बताया कि इन दिनों 25 से 30 रुपए प्रति किलो की दर से बागों के सौदे हो रहे हैं। इस बार उत्पादन 25 प्रतिशत ही है। इस कारण व्यवसाय तो मंदा ही रहेगा। उन्होंने बताया कि उनके रीको में तीन किन्नू प्लांट हैं। इस बार दो प्लांट बंद रहेंगे।
उत्पादन एक लाख मीट्रिक टन होने की संभावना
श्रीगंगानगर उद्यान विभाग की सहायक निदेशक प्रीति गर्ग ने बताया कि वर्ष 2020 में जिले में किन्नू का उत्पादन 3.80 लाख मीट्रिक टन हुआ था, वर्ष 2021 में घटकर 2.80 लाख मीट्रिक टन हो गया और इस बार उत्पादन सिर्फ एक लाख मीट्रिक टन होने की संभावना है।