
राजधानी में चाइनीज मांझे से मासूम की मौत, हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान
January 20, 2025रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में प्रतिबंधित चाइनीज मांझा के कारण एक दर्दनाक घटना में सात वर्षीय मासूम की जान चली गई। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। हाईकोर्ट ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए कड़ा रुख अपनाया और मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने कड़ी नाराजगी जताते हुए पूछा कि प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मांझा बाजार में कैसे उपलब्ध हो रहा है। मामले की अगली सुनवाई 29 जनवरी को निर्धारित की गई है।
घटना का विवरण
सात वर्षीय पुष्कर, अपने पिता धनेश साहू के साथ गार्डन घूमने जा रहा था। संतोषी नगर ओवरब्रिज के पास अचानक उसके गले में चाइनीज मांझा फंस गया। मांझा से बच्चे का गला कट गया और तेजी से खून बहाने लगा। आसपास के लोगों की मदद से पुष्कर को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
तीसरी घटना: फिर भी जारी है मांझे का उपयोग
राजधानी में चाइनीज मांझा से गला कटने की यह तीसरी घटना है। प्रतिबंध के बावजूद इस खतरनाक मांझे का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। पतंगबाज इसकी खतरनाक प्रकृति को नजरअंदाज करते हुए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों और अस्पताल की भूमिका
घटना राधाकृष्ण मंदिर के पास की है। धनेश के अनुसार, पुष्कर गार्डन जाने की जिद कर रहा था। पिता ने उसकी जिद पूरी करने के लिए उसे बाइक पर आगे बैठाया, लेकिन यह सफर मासूम के जीवन का अंतिम सफर बन गया। स्थानीय लोग, जैसे सैयद साजिद और मोईन चिश्ती, बच्चे की मदद के लिए तुरंत दौड़े और उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की।
पुष्कर को पहले दो निजी अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन गंभीर हालत का हवाला देकर इलाज करने से मना कर दिया गया। अंततः आंबेडकर अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने पुष्कर को मृत घोषित कर दिया।
परिवार का दर्द और शहर में आक्रोश
पुष्कर की मौत से उसके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसकी मां लगातार अस्पताल में रहकर अपने बेटे के पास रहने की जिद करती रही। शहर में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है और लोग प्रतिबंधित मांझे की खुलेआम बिक्री पर सवाल उठा रहे हैं।
हाईकोर्ट की सख्ती और प्रशासन की जिम्मेदारी
हाईकोर्ट ने इस घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि प्रतिबंध के बावजूद चाइनीज मांझा बाजार में कैसे बिक रहा है। कोर्ट ने इस मुद्दे पर कड़े कदम उठाने के संकेत दिए हैं।
आगे की कार्रवाई
इस दर्दनाक घटना ने प्रशासन और समाज को झकझोर कर रख दिया है। हाईकोर्ट के आदेश से अब उम्मीद की जा रही है कि प्रतिबंधित मांझे के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।