छत्तीसगढ़: नई शिक्षा नीति से मड़ानार के छात्रों को मिल रहा एक नई पहचान

छत्तीसगढ़: नई शिक्षा नीति से मड़ानार के छात्रों को मिल रहा एक नई पहचान

December 31, 2024 Off By NN Express

मुख्यमंत्री साय ने मड़ानार के छात्रों द्वारा बनाएं गए कलाकृतियां को सराहा

कोंडागांव । जिले के शासकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मड़ानार के छात्रों ने नई शिक्षा नीति 2020 के तहत प्री-वोकेशनल प्रशिक्षण प्राप्त कर लकड़ी की अद्भुत कलाकृतियां बना रहे हैं। इन विद्यार्थियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और मंत्रिमंडल के सदस्यों से मंत्रालय स्थित कार्यालय में भेंट की। भेंट के दौरान छात्रों ने लकड़ी से बनाए गए नाम पट्टिका और चित्र मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और मंत्रियों को उपहार में दिए । 

इस दौरान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपनी कार्यालय मेज पर नाम पट्टिका तुरंत लगवाने के साथ मंत्रियों को भी अपने कक्ष में लगाने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, बच्चों का जज्बा और लगन बस्तर की प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा। मुख्यमंत्री ने बच्चों की कलात्मक क्षमताओं का श्रेय नई शिक्षा नीति 2020 को दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उद्देश्य शिक्षा को रुचिकर और रोजगारोन्मुख बनाना था, जो इन बच्चों के कार्यों में झलकता है। यह पहल शिक्षा और कला को रोजगार से जोड़ने का बेहतरीन उदाहरण है। नई शिक्षा नीति ने न केवल उनकी कलात्मक क्षमता को निखारा है, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनने का अवसर भी प्रदान किया है।

ऑनलाइन मार्केट में उपलब्ध कलाकृतियां : 

मार्गदर्शक शिक्षक शिवचरण साहू ने बताया कि यह कला बच्चों को प्री-वोकेशनल प्रशिक्षण के तहत सिखाई गई है। छात्र कशिक, खिलेंद्र बघेल ने नाम पट्टिका और सागर सोरी ने पोर्ट्रेट और संविधान की उद्देशिका तैयार की, शिक्षक ने बताया की इस कला से सालभर में करीब तीन लाख रुपए की आय होती है। ये कलाकृतियां अमेज़न, मीशो और फ्लिपकार्ट जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध हैं।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने शिक्षक शिवचरण साहू के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्हें मोदी 2.0 पुस्तक भेंट की और शुभकामनाएं दीं।

इस दौरान कृषिमंत्री रामविचार नेताम, खाद्यमंत्री दयाल दास बघेल, वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, महिला और बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, वाणिज्य मंत्री लखन लाल देवांगन और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल मौजूद रहे।