Ayurveda: दही खाने से बढ़ता है वजन? जानें कैसे खाने से नहीं होगा नुकसान
November 8, 2022दही कई लोगों की डेली डायट का हिस्सा है। इसे चीनी के साथ तो कुछ लोग रायते के रूप में भी खाना पसंद करते हैं। टेस्ट में दही का कोई जवाब नहीं वहीं इसके कई हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं। दही से जुड़ी कई भ्रांतियां भी हैं। जैसे लोग समझते हैं कि दही ठंडा होता है। सर्दी के मौसम में लोग इसे खाने से डरते हैं। हालांकि आयुर्वेद के मुताबिक, दही प्रकृति में गरम होता है। यहां हम दही से जुड़ी ऐसी ही कई जानकारियां दे रहे हैं जो आपके काम की हो सकती हैं।
जान लें काम की बातें
दही स्वाद में खट्टा होता है। इसका इस्तेमाल भारतीय रसोई में कही तरह से किया जाता है। चाट से लेकर पंचामृत तक दही कई तरह से खाया जाता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर दही से जुड़ी काफी काम की जानकारी दी है। यहां सबसे पहले जानते हैं दही से जुड़ी कुख खास बातें।
ठंडा नहीं होता दही
लोग मानते हैं दही की तासीर ठंडी होती है। इसे लोग गर्मियों में ज्यादा खाते हैं और ठंड में खाने से बचते हैं। हालांकि दही स्वाद में खट्टा, तासीर में गरम होता है। यह वजन बढ़ाने में मदद करता है। इसे रोजाना खाना डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए ठीक नहीं क्योंकि इसे पचाना आसान नहीं होता है।
ये लोग न खाएं दही
अगर आपको एसिडिटी है, डायबीटीज है, मोटापा है अपच की शिकायत है, माइग्रेन है, अल्सर है, हॉरमोनल समस्या है तो आप दही के बजाय मट्ठा या छाछ पिएं।
न करें गरम
दही को गरम नहीं करना चाहिए। दही को पकाने से इसका पोषण नष्ट हो जाता है।
रोज न खाएं दही
दही रोजाना न खाएं। आप मट्ठा या छाछ रोज पी सकते हैं। इसमें काला नाम, काली मिर्च और जीरा पीसकर डालें। दही में फल न मिलाएं। इससे एलर्जी की समस्या हो सकती है।
ये हैं टॉक्सिक कॉम्बिनेशंस
दही को मछली, चिकन या मटन के साथ मिलाकर न खाएं। इससे शरीर में टॉक्सिन्स बन जाते हैं।
रात में न खाएं दही
दही रात में न खाएं। इसे दोपहर के वक्त कम मात्रा में खाना ठीक है। जिन्हें दही से दिक्कत है, उनके लिए छाछ बेस्ट है।