सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में तीन आतंकवादी ढेर
October 29, 2024श्रीनगर । जम्मू-कश्मीर में अखनूर के सुंदरबनी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास करीब 24 घंटे से अधिक समय तक आतंकवादियों के खिलाफ चले अभियान में सुरक्षा बलों ने सभी तीन कट्टर आतंकवादियों को मार गिराया।
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर ने अखनूर ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। इस ऑपरेशन में सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ राउंड-द-क्लॉक सर्विलांस के बाद मंगलवार सुबह तेज गोलीबारी करते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
व्हाइट नाइट कोर ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, राउंड-द-क्लॉक सर्विलांस के बाद आज सुबह भीषण गोलीबारी हुई, जिसके कारण हमारे बलों को महत्वपूर्ण जीत मिली और इस मुठभेड़ में तीनों आतंकवादी मारे गये।
आतंकवादियों के एक समूह ने सोमवार सुबह खौर के भट्टल इलाके में एलओसी के पास जोगवान गांव में असन मंदिर के पास एक एम्बुलेंस को निशाना बनाकर सेना के काफिले पर गोलीबारी की, जिसके बाद विशेष बलों, पुलिस और सेना ने अभियान ‘असन’ शुरू किया।
सैनिकों ने जब जवाबी कार्रवाई की, तो हमलावर पास के जंगल की ओर भाग गए और बाद में एक बेसमेंट के अंदर छिपे हुए थे। मुठभेड़ के बीच सोमवार को ही एक आतंकवादी को मार गिराया गया और घटनास्थल से उसका शव, एक एके असॉल्ट राइफल और कई इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद किए।
रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि सेना के विशेषज्ञ कुत्ते ‘फैंटम’ ने भी इस अभियान में सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा, हम अपने सच्चे नायक एक बहादुर सेना के कुत्ते, फैंटम के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं। जब हमारे सैनिक फंसे हुए आतंकवादियों के करीब पहुँच रहे थे, तो फैंटम ने दुश्मन की गोलीबारी का सामना किया, जिससे उसे घातक चोटें आईं। उसके साहस, निष्ठा और समर्पण को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
जम्मू- कश्मीर में पिछले दो सप्ताह में सात हमले हुए हैं। इसमें दो सैनिक शहीद होने के साथ ही 13 लोगों की मौत हो गयी। हमलों के बाद जम्मू, कठुआ, सांबा, पुंछ और राजौरी सहित जम्मू के सीमावर्ती जिलों के लिए पहले से ही हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीर संभाग के सभी जिलों की सुरक्षा स्थिति और विकास पहलुओं पर श्रीनगर में समीक्षा बैठक की।
उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को आतंकवादी खतरों के संबंध में पूर्व-निवारक कार्रवाई करने का निर्देश दिया और इस बात पर जोर दिया कि राष्ट्र विरोधी प्रचार करने वालों, सार्वजनिक सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को खतरा पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उपराज्यपाल ने आतंकवादी पारिस्थितिकी तंत्र को कुचलने के लिए शून्य-सहिष्णुता दृष्टिकोण और सुरक्षा एजेंसियों के बीच अधिक सतर्कता तथा समन्वय का आह्वान किया।