जिले के प्रभारी मंत्री वर्मा ने रामकृष्ण मिशन आश्रम में 18वीं सेल खेल मेला का किया शुभारंभ
October 25, 2024खेल में जितना ही जरूरी नहीं हारना भी जरूरी है : खेल मंत्री वर्मा
नारायणपुर । प्रदेश के राजस्व व आपदा प्रबंधन, खेल एवं युवा कल्याण एवं जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा ने आज रामकृष्ण मिशन आश्रम में 18वीं सेल खेल मेला का शुभारंभ किया। सेल खेल मेला में 40 टीम भाग ले रहे हैं। शुभारंभ के अवसर पर सभी टीमों के द्वारा मार्च पास्ट कर उपस्थित अतिथियों को सलामी दी गई। खेल मंत्री वर्मा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल में हार जीत तो होता ही रहता है, जीतने के लिए हारना भी जरूरी है।
खेल मंत्री वर्मा ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर अब विकास की ओर बढ़ रहा है। बस्तर संभाग से अब आईएएस और आईपीएस भी बन रहे हैं, जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा एजुकेशन हब बनाया गया है, जिसके माध्यम से बस्तर की युवाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने खिलाड़ियों को उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल में हार जीत तो होता ही रहता है इस प्रकार जिंदगी भी एक खेल है। खिलाड़ियों को खेल भावना से खेलना चाहिए, जिससे अनुशासन सीखने को मिलता है। एक टीम के प्रतिभागी जीतकर सिकंदर नहीं होते और जो खिलाड़ी हारते हैं वो फकीर नहीं बन जाते। उन्होंने कहा कि कहा कि जो खिलाड़ी तब तक नहीं रूक सकता जब तक हार नहीं जाता। इस प्रकार जो हारेगा वो तब तक नहीं रूक सकता जब तक वह थक नहीं जाता।
खेल मंत्री वर्मा ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिंदगी भी एक खेल के समान है उसी प्रकार जीवन में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। खिलाड़ियों को जीवन में खेल के माध्यम से अपनी पहचान बनाने का भी अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने खिलाड़ियों से कहा कि जीतने का सपना देखो सोकर नहीं बल्कि लक्ष्य बनाकर सफलता हासिल करो। उन्होंने कहा कि खेल भावना एवं परिश्रम तथा निष्ठा के साथ खेल कर सफलता हासिल करें। राज्य सरकार द्वारा खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के 31 जिलों में खेलो इंडिया कार्यक्रम के माध्यम से खेल गतिविधियों को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले को 3 करोड़, रजत पदक प्राप्त करने वाले को दो करोड़ और कांस्य पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों के लिए एक करोड रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। आप लोग भी ओलंपिक में भाग लेकर यह पुरस्कार प्राप्त कर सकते हैं।
खेल मंत्री श्री वर्मा ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि रामकृष्ण मिशन आश्रम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुका है। रामकृष्ण मिशन आश्रम में पढ़ाई के साथ ही योग, शिक्षा, खेल, संस्कृतिक, तीरंदाजी, मल्लखंभ आदि की शिक्षा दी जाती है। उन्होंने कहा कि अच्छा इंसान बनना कठिन काम है। प्रतिभागियों को उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि बस्तर संभाग के लिए बस्तर ओलंपिक का शुरुआत किया जा रहा है, जिसमें भाग लेकर अपने खेल का बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। बस्तर अब पिछड़ा नहीं है विकसित होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। वर्मा ने कार्यक्रम के अंत में 1500 मीटर की दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले रामकृष्ण मिशन आश्रम के नरसिंह दुग्गा, द्वितीय स्थान स्थान प्राप्त करने वाले आदर्श विद्यालय गरांजी के रस्सूराम और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले एकलव्य आदर्श विद्यालय अंतागढ़ के अभिषेक को पुरस्कार प्रदान किया। खेल मंत्री ने कार्यक्रम के अंत में मैथिलीशरण गुप्त जी की ’’नर हो, न निराश करो मन को’’ कविता पढ़कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रभारी कार्यकारी महानिदेशक अनिर्वाण दासगुप्ता ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जीतने के लिए हारना भी जरूरी है। उन्होंने खिलाड़ियों को कहा कि वर्ष 2025 तक बस्तर संभाग रेल की सेवा से जुड़ जाएगी। बस्तर संभाग के बच्चों के द्वारा इंजीनियरिंग और डॉक्टर की पढ़ाई पूर्ण करने के पश्चात् भिलाई इस्पात संयंत्र में सेवा का अवसर प्राप्त हो सकेगा। रावघाट क्षेत्र के विकास के लिए संभव प्रयास करते हुए पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य की विशेष ध्यान दी जा रही है। आश्रम के स्वामी व्याप्तानंद महाराज ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि खेल भावना से खेल कर अपने शक्ति का प्रदर्शन बेहतर करें। सेल खेल मेला के शुभारंभ अवसर पर रामकृष्ण आश्रम के बच्चों ने जिमनास्टिक का प्रदर्शन कर अतिथियों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक रूपसाय सलाम, बृजमोहन देवांगन, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, तारा परसवानी, नीरज बाजपेई, कलेक्टर बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, अपर कलेक्टर बीरेंद्र बहादुर पंचभाई, रावघाट परियोजना के सीजीएम अरुण कुमार, रामकृष्ण मिशन आश्रम के स्वामीजन सहित कोच, रेफरीगण एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थिति थे।