बिलासपुर में हादसा: कर्मचारी पर गिरा 150 किलो का स्टॉपर, मौके पर मौत…

बिलासपुर में हादसा: कर्मचारी पर गिरा 150 किलो का स्टॉपर, मौके पर मौत…

October 11, 2024 Off By NN Express

भिलाई । भिलाई स्टील प्लांट में गुरुवार को एक गंभीर हादसा हुआ, जिसमें क्रेन की टक्कर से एक कर्मचारी की मौत हो गई। हादसा प्लांट के बिलेट यार्ड में हुआ, जब 28 और 32 नंबर क्रेनों की आपस में टक्कर हो गई। इस हादसे में 150 किलो का स्टॉपर 25 फीट ऊंचाई से गिरकर एक ठेका कर्मचारी बसंत के ऊपर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई।

घटना का विवरण:
हादसा उस समय हुआ जब ठेका कर्मचारी बसंत, जो कि हेलमेट पहने हुए थे, प्लांट के संवेदनशील हिस्से में काम कर रहे थे। 28 नंबर क्रेन का 150 किलो वजनी स्टॉपर उनके सिर पर गिरा, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा प्लांट के उस हिस्से में हुआ जहां कच्चा लोहा एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाता है।

सुरक्षा अधिकारी की जांच में लापरवाही का खुलासा
सुरक्षा अधिकारी प्रवीण दीवान द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि यह हादसा प्लांट प्रबंधन की लापरवाही की वजह से हुआ है। जांच में पाया गया कि सुरक्षा मानकों का सही तरीके से पालन नहीं किया गया था। इस संबंध में एसएमएस-3 के मैनेजर प्रमोद सिंह और अक्कूपायर अंजनी कुमार को नोटिस जारी किया गया है। अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया, तो उनके खिलाफ लेबर कोर्ट में मामला दर्ज किया जाएगा।

60 साल पुरानी क्रेनों से हो रहा था काम

सूत्रों के अनुसार, भिलाई स्टील प्लांट में 60 साल पुरानी क्रेनों का उपयोग किया जा रहा है। कई क्रेनों का निर्माण 1965 में हुआ था, जबकि एक क्रेन की औसत आयु सिर्फ 15 साल मानी जाती है। इतने संवेदनशील काम के लिए 15 साल पुरानी क्रेनों को आमतौर पर कबाड़ घोषित कर दिया जाता है, लेकिन भिलाई प्लांट में इन क्रेनों का इस्तेमाल जारी है।

प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल
यह हादसा प्लांट प्रबंधन की लापरवाही को उजागर करता है, जहां सुरक्षा मानकों की अनदेखी और पुरानी क्रेनों का इस्तेमाल एक बड़ा मुद्दा बनकर सामने आया है। इस घटना ने कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और मामले की जांच जारी है।

इस हादसे ने भिलाई स्टील प्लांट में सुरक्षा उपायों की स्थिति पर नए सिरे से चर्चा छेड़ दी है, और प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है।