शिक्षकों का अध्यापन कार्य छात्र केंद्रित हो : कलेक्टर भोसकर
October 5, 2024अम्बिकापुर। शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबिकापुर के सभागार में शनिवार को जिले में संचालित हाई एवं हायर सेकंडरी विद्यालय के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्टर विलास भोस्कर एवं जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा की उपस्थिति में हुई।
इस बैठक में जिले के समस्त 162 विद्यालयों के प्राचार्यों ने भाग लिया। समीक्षा का मुख्य एजेंडा आगामी बोर्ड परीक्षा 2025 में 10वीं एवं 12वीं की प्रावीण्य सूची में ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों का स्थान सुनिश्चित हो व जिले के औसत परीक्षा परिणाम में भी व्यापक सुधार करने का रहा। इस मासिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर सरगुजा ने त्रैमासिक परीक्षा के परिणाम का अवलोकन व समीक्षा किया। मेरिट में आने वाले विद्यार्थियों के चयन पर बात कही गई तथा सुझाव दिया गया कि जिन बच्चों का प्रदर्शन अच्छा है, उन्हें और प्रोत्साहन दें तथा प्रावीण्य सूची में स्थान सुनिश्चित हो इसलिए उन्हें अतिरिक्त कक्षाओं एवं अतिरिक्त सहायक सामग्री उपलब्ध कराई जाए।
विद्यालयों में शिक्षक की विलम्ब से उपस्थिति और विद्यार्थियों के कम उपस्थिति वाले विद्यालयों को निर्देशित किया गया कि वह समुदाय का सहयोग प्राप्त कर शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें। प्रथम व द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए लक्ष्य तय कर उन्हें अतिरिक्त सहायता प्रदान करें, ताकि उनका सफलता का प्रतिशत बढ़ जाए। कलेक्टर सरगुजा ने पाठ्यक्रम पूर्णता की स्थिति की जानकारी भी ली तथा कहा कि किसी भी स्थिति में दिसंबर तक पाठ्यक्रम पूर्ण करें और प्रायोगिक कार्य जैसे महत्वपूर्ण चीजों पर उम्दा प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा यदि विद्यालय लैब वर्क पर ध्यान देगा तो बच्चों में समझ बढ़ेगी और उनके ज्ञान अर्जित करने की दिशा में सहयोग मिलेगा।
इस दौरान प्राचार्यों ने व्यक्तिगत अनुभव साझा किया एवं एजेंडावार गत वर्ष की परीक्षा 2024 की परिणाम में कमजोर प्रदर्शन वाले बच्चों के सुधार पर अपना व्यापक अनुभव साझा किया। कलेक्टर भोसकर ने बैठक में कहा कि शिक्षकों का अध्यापन कार्य छात्र केंद्रित होना चाहिए। विद्यालय में शिक्षक अध्ययन एवं तैयारी के साथ, बिना किताब के अध्यापन कार्य करावें एवं बच्चों के सुधार हेतु पालकों से भी सतत संपर्क करते रहें। व्यापक सुधार हेतु कार्य करें। बहुजन हिताय बहुजन सुखाय के लक्ष्य को ध्यान में रखकर आप अपना कार्य करें। हम सभी अपना शत प्रतिशत अपने कार्य को देंगे तभी स्वयं को भी संतोष मिलेगा। सभी संकुल प्राचार्य को अपने संकुल अंतर्गत संचालित प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में प्रति सप्ताह दो दिवस अध्यापन गुणवत्ता पर विशेष जोर देते हुए अवलोकन करने को निर्देशित किया गया। प्राचार्यों द्वारा अपने विद्यालय की कार्य योजना में कमजोर छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्ष तथा डाउट क्लास का आयोजन करने के सुझाव दिए गए।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सिन्हा ने आभार प्रदर्शन करते हुए उम्मीद जताई कि इस समीक्षा बैठक का सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और हम अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल होंगे। समीक्षा बैठक में एपीसी रविशंकर पांडेय, डीएमसी रविशंकर तिवारी, एपीसी बी एल अग्रवाल सहित जिले के सभी प्राचार्य उपस्थित रहे।