कमार, भुंजिया सदस्यों को मछलीपालन का प्रशिक्षण देकर बनाये स्वावलंबी : कलेक्टर
September 26, 2024कृषि एवं संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक में दिये निर्देश
गरियाबंद। कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने गुरुवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में कृषि विभाग सहित मछलीपालन, पशुपालन, हस्तशिल्प, बांसशिल्प, खादीग्रामोद्योग एवं उद्यानिकी विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने विभागों में चल रहे कार्यो एवं योजनाओं की जानकारी लेते हुए कार्यो में प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर अग्रवाल ने मछलीपालन विभाग की समीक्षा करते हुए विभाग अंतर्गत मछली पालन लक्ष्य, मछली बीज उत्पादन, मछली प्रक्षेत्र, मत्स्य बीज संवर्धन, मछुआरों की संख्या एवं शासकीय एवं निजी तालाबों में मछली पालन की जानकारी ली।
उन्होंने जिले में निवासरत मछलीपालक किसानों सहित विशेष पिछड़ी जनजाति कमार एवं भुंजिया सदस्यों को मछली पालन का प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रशिक्षण के लिए सदस्यों का चयन कर, समिति बनाकर कमार एवं भुंजिया प्रधिकरण से समन्वय कर उन्हें प्रशिक्षण दिलाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने पीवीटीजी सदस्यों को प्रशिक्षण दिलाकर उनका आजीविका संवर्धन करने एवं उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में प्रयास करने के निर्देश दिये। साथ ही आवश्यकतानुसार मछलीपालन हितग्राहियों को नाव, जाल, आईसबॉक्स एवं मत्स्य बीज वितरण भी करने के निर्देश दिये।
बैठक में कलेक्टर ने कृषि विभाग की समीक्षा करते हुए वर्षा स्थिति, पानी की मांग, फसल क्षेत्राच्छादन सहित धान, मक्का, मुंग, उड़द, आदि फसलों की जानकारी ली। उन्होंने किसानों को धान के अलावा अन्य लाभकारी दलहन एवं तिलहन फसल उगाने के लिए प्रेरित करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने पीएम किसान अंतर्गत ई-केवाईसी, लैंड एवं आधार सीडिंग की भी जानकारी ली। केवाईसी की धीमी प्रगति पर जिले के पांचों वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारियों पर नाराजगी जताई। उन्होंने 30 सितम्बर तक कैम्प लगाकर लंबित केवाईसी के कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस दौरान बैठक में उप संचालक कृषि चंदन रॉय, पशुपालन विकास विभाग के सहायक संचालक ओ.पी तिवारी, मछली पालन विभाग के सहायक संचालक आलोक वशिष्ट सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।
कलेक्टर अग्रवाल ने बैठक में पीएम जनमन के तहत पीएम किसान सम्मान निधि, केसीसी कार्ड निर्माण एवं फसल बीमा योजना की भी जानकारी ली। उन्होंने कृषकों को विभागीय योजनाओं से नियमित रूप से लाभान्वित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने पशुपालन विभाग की समीक्षा करते हुए टीकाकरण, पशु बीमारी, शिविर, उपचार, गर्भाधान, बधियाकरण एवं औषधि आदि की जानकारी ली। उन्होंने टीकाकरण के कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिये। साथ ही पशु चिकित्सकों को क्षेत्र के गौशाला का नियमित निरीक्षण कर आवारा मवेशियों को रखवाने के निर्देश दिये। इसके लिए आवश्यक बैठक एवं गौशाला समिति से चर्चा कर समन्वय करने के निर्देश दिये। उन्होंने मोबाईल वेटनरी यूनिट की जानकारी लेते हुए यूनिट की सक्रियतापूर्वक संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने हस्तशिल्प एवं बांसशिल्प कला के तहत किये जा रहे कार्यो की भी समीक्षा की। उन्होंने विशेष पिछड़ी जनजाति सदस्य कमार परिवारों को बांसशिल्प कला का विशेष रूप से प्रशिक्षण देकर उन्हें आजीविका गतिविधियों से जोड़ने के निर्देश दिये