छत्तीसगढ़ में कमजोर पड़ा सिस्टम, आफत की बारिश से मिलेगी राहत
September 11, 2024रायपुर । छत्तीसगढ़ में बुधवार से वर्षा की गतिविधियों और तीव्रता में कमी हो सकती है। कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। एक-दो स्थानों पर वज्रपात के आसार है। बारिश कम होने से अधिकतम तापमान में वृद्धि होगी। उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित अवदाब क्षेत्र के सुस्पष्ट रूप से चिह्नित निम्न दाब क्षेत्र में परिवर्तित होने और पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे सटे पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है।
प्रदेश में एक स्थान पर अति भारी बारिश, 38 स्थानों पर बहुत भारी बारिश तथा 39 स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक वर्षा राजनांदगांव के लाल बहादुर नगर में 240 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। रायपुर में 118 मिलीमीटर बारिश हुई। जो एक ही दिन में अगस्त और सितंबर माह की सबसे ज्यादा बारिश है। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री बलरामपुर में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री नारायणपुर में दर्ज किया गया।
बना हुआ यह सिस्टम
एक अवदाब उत्तर छत्तीसगढ़ और उससे लगे अंदरूनी ओडिशा के ऊपर स्थित था, पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थित है। इसके पश्चिम-उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए उत्तर छत्तीसगढ़ को पार करके, कमजोर होकर चिह्नित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में छत्तीसगढ़ और उससे लगे पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर 10 सितंबर को पहुंचने की संभावना है।
मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर बीकानेर, कोटा, गुना, उमरिया, उत्तर छत्तीसगढ़ में स्थित अवदाब के केंद्र, पूरी और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है।