कोरबा: मिनीमाता बांगो बांध का अवलोकन करने पहुंचीं सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत
August 27, 2024(कोरबा) मिनीमाता बांगो बांध का अवलोकन करने पहुंचीं सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत
- हसदेव तट के रहवासियों से सजग रहने की अपील
कोरबा : कोरबा लोकसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार निर्वाचित सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत सोमवार को पाली-तानाखार विधानसभा के विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा के ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे पर रहीं। इस दौरान उन्होंने मिनीमाता बांगो बांध पहुँच कर निरीक्षण किया साथ ही जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता से जानकारी ली व उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत ने हसदेव तट पर बसे ग्रामीणों व रहवासियों से अपील करते हुए कहा कि नदी में मत्स्य आखेट के लिए न जाएं, साथ ही बांध व नदी के निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगो को सुरक्षित स्थान पर ले जाकर समुचित व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित विभाग को दिए। बता दें कि कोरिया जिले में पिछले कई दिनों से हुई लगातार बारिश के कारण मिनीमाता बांगो हसदेव बांध लबालब हो गया है और उसके 6 गेट खोल दिए गए हैं।
सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत के निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता एस.के. तिवारी व उनके अधीनस्थ अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने सांसद श्रीमती महंत को बताया कि लगातार हुई वर्षा ने जनजीवन को प्रभावित किया है। तेज वर्षा की वजह से तान नदी उफान पर है और हसदेव नदी का भी जल स्तर बढ़ गया है। जल संसाधन ने नदी तट के रहवासियों को सावधान किया है। बांध से 50 हजार क्यूसेक पानी हसदेव नदी में प्रवाहित किया जा रहा है। बीते वर्ष की तुलना में 2381.33 मिलीमीटर अधिक है। अभी बारिश में कमी आई है। मंगलवार को बांध का गेट बंद किया जाएगा।
26 अगस्त से बागों बांध से रेडियल गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। यह कदम लगातार हो रही बारिश और बांध के जलस्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए उठाया गया है। बांध प्रशासन ने बताया कि जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए पानी छोड़ा जा रहा है, ताकि बांध पर अतिरिक्त दबाव न पड़े और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। - प्रभावित क्षेत्रों के लिए चेतावनी
बागों बांध से पानी छोड़े जाने के बाद निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। प्रशासन ने बांध के आसपास और निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। लोगों को अनावश्यक रूप से नदी किनारे न जाने की हिदायत दी गई है, और उन्हें अपने घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई है। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करने का निर्देश भी दिया गया है। - पानी छोड़े जाने का कारण
बागों बांध में जलस्तर लगातार बढ़ रहा था, जिससे बांध पर दबाव बढ़ने की आशंका थी। सुरक्षा के मद्देनज़र बांध प्रशासन ने तय किया कि रेडियल गेट से पानी छोड़ा जाए। इस प्रक्रिया से बांध के जलस्तर को सुरक्षित सीमा में रखा जा सकेगा और बांध की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। बांध से छोड़े गया पानी नदियों में बहकर आगे के जलाशयों और निचले इलाकों की ओर जाएगा। - प्रशासन की तैयारी
प्रशासन ने संभावित बाढ़ के प्रभावों से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। राहत और बचाव दलों को सतर्क कर दिया गया है, और उन्हें तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। निचले इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है और पानी के बहाव पर नजर रखी जा रही है। किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए आवश्यक उपाय तैयार कर लिए गए हैं, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। - स्थानीय निवासियों से अपील
प्रशासन ने स्थानीय निवासियों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन द्वारा जारी की जा रही सूचनाओं का पालन करें। नदियों के किनारे बसे गांवों और कस्बों में मुनादी कर लोगों को सतर्क किया जा रहा है। उन्हें किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संयुक्त महासचिव हरीश परसाई, सूरज महंत, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी कोरबा के अध्यक्ष संतोष राठौर, किरण चौरसिया आदि सहित अन्य उपस्थित थे।