चिकित्सक, औद्यागिक संस्थानों, विद्यालय-महाविद्यालय के विद्यार्थियों हेतु फर्स्ट-एड प्रशिक्षण का हुआ आयोजन
August 21, 2024(कोरबा) चिकित्सक, औद्यागिक संस्थानों, विद्यालय-महाविद्यालय के विद्यार्थियों हेतु फर्स्ट-एड प्रशिक्षण का हुआ आयोजन
- आपात स्थिति में सही फर्स्ट-एड से बच सकती है जान
- प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को किया गया प्रशिक्षित
कोरबा : भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी राज्य शाखा रायपुर छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार अकस्मात औद्योगिक संस्थानों के कामगार एवं सड़क दुर्घटनाओं से होने वाले जन हानि को रोकने की दृष्टिकोण से जिले के चिकित्सकों हेतु फर्स्ट-एड प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। निर्धारित लक्ष्यानुरूप जिले में कम से कम 1000 व्यक्तियों को औद्योगिक संस्थानों एवं विद्यालय-महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को फर्स्ट एड प्रशिक्षण दिए गया है। साथ ही जिले में फर्स्ट-एड वांलिटियर बनाए जाने हेतु प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से औद्योगिक संस्थानों एवं विद्यालय-महाविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित किया गया है।
कलेक्टर कोरबा व अध्यक्ष भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी अजीत वसंत द्वारा स्वास्थ्य विभाग को इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ व सचिव भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा कार्य योजनानुरूप भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में अधिकारी एवं कर्मचारियों को 16 व 17 अगस्त 2024 को जिले के प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें 147 अधिकारी-कर्मचारी प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण से लाभान्वित हुए। कलेक्टर श्री वसंत ने भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा कराए गए फर्स्ट-एड प्रशिक्षण को उपयोगी बताते हुए कहा कि किसी भी दुर्घटना से तत्काल प्राथमिक चिकित्सा सहायता प्रदान कर अनेकों जाने बचाई जा सकती है। इस दृष्टिकोण से सभी व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा सहायता का ज्ञान होना चाहिए। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के तत्वाधान में जिले में राज्य से फर्स्ट-एड प्रशिक्षित चिकित्सकों के माध्यम से सभी औद्योगिक संस्थानों, स्कूल, महाविद्यालयों, परिवहन विभाग एवं पंचायत विभाग में भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा फर्स्ट-एड प्रशिक्षण दिया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने सभी विभाग प्रमुखों को अपने अधिनस्थ अधिकारी/कर्मचारियों को प्राथमिक सहायता प्रशिक्षण दिलाने हेतु सीएमएचओ से समन्वय कर अपने-अपने विकासखंड स्तर पर प्राथमिक प्रशिक्षण का आयोजन सुनिश्चित करने की बात कही।
सीएमएचओ डॉ. केशरी के बताया कि दुर्घटना, भगदड़ या आपदा के समय फ्रंट लाईन में कार्य करने वाले कर्मचारियों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। सही समय पर दुर्घटना पीड़ितों का प्राथमिक उपचार मिलने से जिंदगियों को बचाया जा सकता है। इस दिशा में यह प्राथमिक उपचार सहायता प्रशिक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण एवं कारगार साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक उपचार सहायता का प्रशिक्षण उद्योगों में कार्यरत सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए अत्यंत ही आवश्यक है, इसकी जानकारी रहने से दुर्घटना के समय पर वो अपने हुनर का उपयोग कर तत्काल घायलों को प्राथमिक उपचार सहायता प्रदाय कर लोगों की जान बचा सकते हैं।